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6 राज्यों की 7 विधानसभा सीटों पर आज होगी वोटिंग, I.N.D.I.A. और NDA के बीच सीधी टक्कर

देश में आज सात सीटों पर उपचुनाव होने हैं. इस उपचुनाव को INDIA गठबंधन के लिए एक चुनौती के रूप में देखा जा रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि इतने दलों के साथ आने और फिर INDIA गठबंधन बनने के बाद यह किसी भा राज्य में पहला चुनाव है.

6 राज्यों की 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव (सांकेतिक तस्वीर) 6 राज्यों की 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव (सांकेतिक तस्वीर)

जहां एक ओर सभी राजनीतिक दल 2024 के फाइनल मैच (लोकसभा चुनाव) के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं, तो वहीं उससे पहले 5 सितंबर को एक मुकाबला उपचुनाव के रूप में है. 5 सितंबर को 6 राज्यों की 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है. इन सभी सीटों पर 5 सितंबर को वोटिंग होगी, जबकि मतगणना 8 सितंबर को है. आज पश्चिम बंगाल की धुपगुड़ी सीट, त्रिपुरा की धनपुर और बॉक्सनगर सीट, केरल में पुथुपल्ली सीट, यूपी की घोसी सीट, उत्तराखंड की बागेश्वर सीट और झारखंड की डुमरी सीट पर वोटिंग होनी है. 

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इन सात सीटों पर हो रहे उपचुनाव को INDIA गठबंधन के लिए एक चुनौती के रूप में देखा जा रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि इतने दलों के साथ आने और फिर INDIA गठबंधन बनने के बाद यह किसी भा राज्य में पहला चुनाव है. ऐसे में भाजपा की कोशिश है कि जीतकर अपना जलवा कायम रखे तो वहीं गठबंधन दलों के लिए यह चुनाव एक अग्निपरीक्षा साबित होगा. ऐसा इसलिए क्योंकि इस उपचुनाव में भी कई सीटें ऐसी हैं जहां कि गैर भाजपा पार्टियों ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है और किसी एक गैर भाजपा नेता को समर्थन दिया है. 

1. UP के घोषी में मतदान

पूरे देश में 5 सितंबर को 7 जगह विधानसभा के उपचुनाव हैं जिसमें से उत्तर प्रदेश में घोसी का उपचुनाव भी है. मऊ जिले की घोसी सीट इस बार बीजेपी और समाजवादी पार्टी दोनों के लिए प्रतिष्ठा का चुनाव बन गया है. यूं तो यह चुनाव बीजेपी के दारा सिंह चौहान और सपा के सुधाकर सिंह के बीच है, लेकिन यह एनडीए बनाम इंडिया का एक अघोषित लिटमस टेस्ट भी हो गया है.

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घोषी में कुल 239 मतदान केंद्रों के 455 बूथों पर मतदान होगा. पूरे निर्वाचन क्षेत्र को 2 जोन और 27 सेक्टर में बांटा गया है. 2 जोनल और 27 सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं.

मतदान से पहले सुधाकर सिंह के बेटे का ऑडियो वायरल हुआ है जिसमें वह एक पुलिस के स्थानीय अधिकारी को जूता मारने की बात कर रहे हैं. सुधाकर सिंह और उनके बेटे के खिलाफ FIR दर्ज की गई है, वहीं समाजवादी पार्टी ने सरकारी मशनरी के दुरुपयोग का आरोप लगाया है तो बीजेपी ने समाजवादी पार्टी के नेताओं पर पैसे बांटने का आरोप लगाया है. बाकायदा प्रदेश अध्यक्ष ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखकर इसकी शिकायत की है.

फिलहाल घोसी का उपचुनाव कांटे के मुकाबले में तब्दील हो चुका है. दोनों पक्ष जीतने के दावे कर रहे हैं, लेकिन सब कुछ सामाजिक और जातीय समीकरण पर टिका है एक नजर घोसी में जातीय समीकरण पर डाल लें. जानकारी के मुताबिक सबसे ज्यादा 95 हजार मुस्लिम, 90 हजार दलित, 50 हजार राजभर, 50 हजार चौहान, 30 हजार बनिया, 19 हजार निषाद, 15 हजार क्षत्रिय, 15 हजार कोइरी, 14 हजार भूमिहार, 7 हजार ब्राह्मण, 5 हजार कुम्हार है. मायावती इस चुनाव में पूरी तरीके से तठस्थ हैं, हालांकि सूत्रों के मुताबिक पार्टी के कैडर को यह निर्देश है या तो वह वोट देने न जाए या फिर जाएं तो नोटा दबाए.

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2. उत्तराखंड में बागेश्वर सीट पर उपचुनाव

उत्तराखंड के बागेश्वर में भी 5 सितंबर को वोट डाले जाएंगे. बागेश्वर विधानसभा में 188 बूथ हैं और कुल 11,8311 वोटर हैं. इनमें 60,028 पुरुष और 58,283 महिला वोटर शामिल हैं. इस उपचुनाव में 5 प्रत्याशी मैदान में हैं. भाजपा से पार्वती दास, कांग्रेस से बसन्त कुमार, यूकेडी से अर्जुन देव, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी से भागवत कोहली व एसपी से भगवती प्रसाद मैदान में हैं.

बीजेपी विधायक चंदन राम दास के इस साल अप्रैल में हुए निधन के बाद उत्तराखंड की बागेश्वर विधानसभा सीट रिक्त हो गई थी. इसीलिए इस पर उपचुनाव कराया जा रहा है. यहां सीधा मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है. बीजेपी ने पार्वती दास को उम्मीदवार बनाया है. पार्वती दास दिवंगत बीजेपी विधायक चंदन राम दास की पत्नी हैं.

3. पश्चिम बंगाल धूपगुड़ी उपचुनाव

पश्चिम बंगाल में धुपगुड़ी उपचुनाव बीजेपी, टीएमसी और कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन के लिए अग्निपरीक्षा साबित होने वाला है. पिछले कुछ महीनों से बंगाल में घटते वोट शेयर के बीच यह बीजेपी के लिए एक चुनौती है और बीजेपी ने 2021 में कश्मीर में आतंकवादी हमले में मारे गए सीआरपीएफ जवान जगन्नाथ रॉय की विधवा तापसी रॉय को मैदान में उतारा था. बीजेपी भी प्रमुख चेहरे के रूप में बढ़त के साथ चुनाव में उतर रही है और टीएमसी की पूर्व धूपगुड़ी विधायक मिताली रॉय आज बीजेपी में शामिल हो गईं. बता दें कि 2016 के चुनाव में मिताली ने जीत हासिल की थी.

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धुपगुड़ी उपचुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला कांग्रेस और वाम गठबंधन के लिए भी एक परीक्षा होगी क्योंकि गठबंधन पिछले कुछ महीनों में बंगाल में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. कांग्रेस वामपंथी उम्मीदवार ईश्वर चंद्र रॉय का समर्थन करेगी, जबकि सत्तारूढ़ टीएमसी ने राजबोंगशी समुदाय से आने वाले प्रोफेसर निर्मल चंद्र रॉय को मैदान में उतारा है.

गौरतलब है कि ममता बनर्जी ने धूपगुड़ी उपचुनाव में प्रचार नहीं किया है, हालांकि उन्हें टीएमसी की स्टार प्रचारकों की लिस्ट में जोड़ा गया था. टीएमसी उस सीट को जीतने की कोशिश कर रही है जो वह 2021 में बीजेपी से हार गई थी. मौजूदा भाजपा विधायक विष्णुपद रॉय के निधन के कारण उपचुनाव हो रहा है. 

4. त्रिपुरा की धनपुर सीट पर वोटिंग

त्रिपुरा में सिपाहीजला जिले की धनपुर और बोक्सानगर विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है. त्रिपुरा उपचुनाव में सीपीएम और बीजेपी के बीच आमने-सामने की टक्कर होगी क्योंकि कांग्रेस और टिपरा मोथा ने सीपीएम को बढ़त देते हुए दोनों सीटों पर कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है. कभी कम्युनिस्टों का मजबूत गढ़ रहे धनपुर में भाजपा के बिंदू देबनाथ और सीपीएम के कौशिक चंद्र के बीच सीधी लड़ाई होने जा रही है. केंद्रीय मंत्री प्रोतिमा भौमिक के विधानसभा से इस्तीफा देने के बाद धनपुर में उपचुनाव जरूरी हो गया था.

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5. त्रिपुरा की बोक्सानगर सीट पर भी होगा मतदान

इसके अलावा अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्र बोक्सानगर में भाजपा ने तफज्जल हुसैन को मैदान में उतारा है. उनका मुकाबला सीपीएम के मिजान हुसैन से होगा. भाजपा उम्मीदवार तफज्जल ने फरवरी में भी चुनाव लड़ा था, लेकिन वो हार गए थे. इसके अलावा दूसरे उम्मीदवार मिजान बोक्सानगर से सीपीएम विधायक रहे सैमसन हक के बेटे हैं. उनका जुलाई में निधन हो गया, जिससे एक पद रिक्त हो गया और अब यह चुनाव हो रहा है. 

दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में भाजपा ने मेगा रैलियां, रोड शो और मोटर बाइक रैलियां कीं हैं, जिसमें मुख्यमंत्री माणिक साहा ने अभियान का नेतृत्व किया.

6. केरल के पुथुपल्ली में उपचुनाव

केरल की पुथुपल्ली में भी आज मतदान होना है. यहां मुकाबला कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ के चांडी ओमन, सीपीआईएम के नेतृत्व वाले एलडीएफ के जैक सी थॉमस और बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के लिगिनलाल के बीच है.
 इस सीट पर 1,76,417 मतदाता हैं जिनमें 90,281 महिलाएं, 86,132 पुरुष और चार ट्रांसजेंडर शामिल हैं. गौर करने वाली बात ये है कि 957 नए मतदाता हैं. जहां कांग्रेस इस सीट को बरकरार रखना चाहती है, वहीं सीपीआईएम को उस सीट को जीतने की उम्मीद है जो 1970 में ओमन चांडी युग शुरू होने से पहले कम्युनिस्ट पार्टी के पास थी.

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-चांडी ओमन (कांग्रेस) - कांग्रेस ने दिवंगत ओमन चांडी के बेटे को चांडी ओमन को मैदान में उतारा है. पेशे से वकील और भारतीय युवा कांग्रेस के सक्रिय सदस्य चांडी ओमन राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के स्थायी सदस्य भी थे. यात्रा के दौरान वह नंगे पैर चले थे, जिसे उन्होंने पुथुपल्ली में चुनाव प्रचार के दौरान भी दोहराया. यह जूनियर चांडी का चुनावी राजनीति में पहला प्रयास है.

-जैक सी थॉमस (सीपीआईएम) - जैक सी थॉमस ने ओमन चांडी के खिलाफ भी चुनाव लड़ा था. जैक जीते तो नहीं लेकिन उन्होंने पार्टी के प्रदर्शन में लगातार सुधार किया है. जैक ने ओमन चांडी की जीत के अंतर को भी कम किया. जैक सी थॉमस पुथुपल्ली के लोगों के बीच एक जाना-पहचाना चेहरा हैं. 

-जी लिगिनलाल (भाजपा) - शुरू में ऐसी खबरें थीं कि भाजपा कांग्रेस के दिग्गज नेता और दिवंगत ओमन चांडी के करीबी सहयोगी, एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी को मैदान में उतार सकती है. लेकिन भाजपा ने लिगिनलाल को मौका दिया है. 38 वर्षीय लिगिन लाल के लिए, यह पुथुपल्ली में पहला चुनाव है. उन्होंने 2021 विधानसभा चुनाव में कडुथुरुथी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था. 

पुथुपल्ली उपचुनाव का नतीजा कांग्रेस के लिए पिनाराई विजयन सरकार को निशाना बनाने और सीपीआईएम के लिए कम्युनिस्ट सरकार में लोगों के विश्वास को बनाए रखने का एक अवसर होगा. प्रत्येक पार्टी के लिए कई कारण हो सकते हैं लेकिन यह चुनाव मुख्य रूप से दिवंगत ओमन चांडी के इर्द गिर्द ही है. 

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7. झारखंड के डुमरी में उपचुनाव 

गिरिडीह जिले के डुमरी सीट पर विधानसभा के उपचुनाव को लेकर सारी प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. कुल 373 बूथों पर 29,86,29 मतदाता अपने-अपने वोटों का इस्तेमाल करेंगें. 

इस सीट पर INDIA गठबंधन की कैंडिडेट बेबी देवी का NDA की उम्मीदवार यशोदा देवी से सीधा मुकाबला है. झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के इस दावे के बीच कि INDIA गठबंधन डुमरी से अपनी जीत की यात्रा शुरू करेगा, यह सीट दोनों गठबंधनों के लिए साख बन गई हैं, वहीं NDA ने विश्वास जताया कि वह JMM से सीट छीनने के लिए पूरी तरह तैयार है.

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