
केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर 13 नवंबर को उपचुनाव होंगे. इस सीट से कांग्रेस ने जहां पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी को टिकट दिया है, वहीं, सीपीआई ने प्रियंका गांधी के खिलाफ सत्यन मोकेरी को मैदान में उतारने का फैसला किया है. सीपीआई के राज्य सचिव बिनॉय विश्वम ने कहा कि सत्यन मोकेरी ने साल 2014 में भी वायनाड लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था. सत्यन मोकेरी 1987 से 2001 तक नादापुरम विधानसभा सीट से विधायक रहे हैं.
सत्यन मोकेरी ने कहा कि एलडीएफ और मेरी पार्टी ने मुझे मैदान में उतारने का फैसला लिया है, मैं इसे स्वीकार करता हूं. मैंने 2014 में वायनाड में चुनाव लड़ा था और वहां कांग्रेस के खिलाफ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था. मैं करीब 20 हजार वोटों से चुनाव हार गया था. इस चुनाव के लिए भी मैं उत्साहित हूं और अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगा.
प्रियंका गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ने पर सत्यन मोकेरी ने कहा कि क्या इंदिरा गांधी यहां चुनाव नहीं हारी हैं? वे भारत में चुनाव हार चुकी हैं. हम इंदिरा गांधी और प्रियंका के बीच अंतर देख सकते हैं. क्या राहुल गांधी चुनाव नहीं हारे हैं? वे भी चुनाव हारे थे, फिर वायनाड आ गए. करुणाकरण भी यहां चुनाव हार चुके हैं, इसलिए प्रियंका भी चुनाव हार सकती हैं. उन्होंने कहा कि 2014 में वोटिंग पैटर्न ऐसा था कि एलडीएफ सिर्फ 20 हजार वोटों से पीछे रह गया था. यही वहां का आधार है, हम इसे मजबूत करेंगे.
सत्यन ने कहा कि एलडीएफ की सरकार लोगों की सरकार है, हाल ही में वायनाड में हुए भूस्खलन में बचाव अभियान दुनिया के लिए एक मिसाल था. यह एलडीएफ सरकार है, जिसने ऐसा किया. लोग देख रहे हैं कि वायनाड में किसानों, मजदूरों, गरीबों, आदिवासियों को किस तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और यह एलडीएफ ही है जो उनकी बात रखती है. मोकेरी ने कहा कि वायनाड के लोग मुझे जानते हैं, मैं लंबे समय तक पास के नादापुरम निर्वाचन क्षेत्र का विधायक था. वे मुझे एक उम्मीदवार के रूप में जानते हैं. मैं उनके जीवन और उनकी राजनीति को जानता हूं. इसलिए मैं उनके साथ उनके बीच वहां रहूंगा.