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चीन को 'लाल आंख' कब? तवांग झड़प पर CM भूपेश के सवाल, महबूबा बोलीं- जवानों को जवाब देने से क्यों रोका जा रहा

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार से पूछा है कि चीन को लाल आंख क्यों नहीं दिखा रही है. भूपेश बघेल ने कहा कि केंद्र सरकार चुप क्यों है? इसके अलावा पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने इस मामले में विवादित बयान दिया है. महबूबा मुफ्ती ने अपने ही सैनिकों पर सवाल खड़े किए.

तवांग झड़प पर विपक्षी नेताओं ने केंद्र पर उठाए सवाल तवांग झड़प पर विपक्षी नेताओं ने केंद्र पर उठाए सवाल
अशरफ वानी
  • नई दिल्ली,
  • 14 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 5:25 PM IST

अरुणाचल प्रदेश के तवांग क्षेत्र में भारतीय सैनिकों और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प को लेकर विपक्ष के नेता लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर हैं. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी केंद्र सरकार से सवाल पूछे हैं. उन्होंने कहा, चीन लगातार हमारी सीमाओं पर अतिक्रमण कर रहा है. कांग्रेस पार्टी और हमारे नेता राहुल गांधी इस मुद्दे को लगातार उठा रहे हैं. 

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चीन को भी दिखानी होगी लाल आंख

उन्होंने आगे कहा, मल्लिकार्जुन खड़गे विपक्षी नेताओं की बैठक कर रहे हैं, यह वाकई बहुत गंभीर मामला है. अब बात सिर्फ पाकिस्तान तक की नहीं है, अगर दूसरे देश भी ऐसा कर रहे हैं तो भारत को उन्हें भी 'लाल आंख' दिखानी होगी. सरकार आपत्ति भी दर्ज नहीं करा पा रही है. भारतीय सेना दुनिया की सर्वश्रेष्ठ सेनाओं में से एक है और कोई भी उनकी बहादुरी पर सवाल नहीं उठा सकता है, लेकिन कूटनीतिक और राजनीतिक वार्ता भारत सरकार को ही करनी है. भूपेश बघेल ने आगे कहा कि केंद्र सरकार चुप क्यों है?

महबूबा मुफ्ती का विवादित बयान

जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने भी इस मामले में बयान दिया है. मुफ्ती का बयान विवादित है. महबूबा मुफ्ती ने अपने ही सैनिकों पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि एलएसी पर हमारे जवानों को पीटा जा रहा है और जवाबी कार्रवाई नहीं करने दी जा रही है.

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तवांग क्षेत्र में हुई झड़प

बता दें कि 9 दिसंबर को अरुणाचल के तवांग सेक्टर में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प हुई थी. सोची समझी साजिश के तहत 300 चीनी सैनिक यांगत्से इलाके में भारतीय पोस्ट को हटाने पहुंचे थे. लेकिन भारतीय सैनिकों ने तुरंत मोर्चा संभाल लिया और भिड़ गए. भारतीय जवानों को भारी पड़ता देख चीनी सैनिक पीछे हट गए. इस झड़प में 6 भारतीय जवान घायल हुए हैं, चीन की तरफ से कोई आंकड़ा जारी नहीं हुआ है लेकिन बताया जा रहा है कि बड़ी संख्या में पीएलए जवान जख्मी हुए हैं.

रक्षा मंत्री ने संसद में दी जानकारी

इस मामले को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में जानकारी दी. मंगलवार को उन्होंने संसद को बताया कि भारतीय सैनिकों ने बहादुरी से चीनी सैनिकों को पीछे खदेड़ दिया. उन्होंने बताया कि 9 दिसंबर 2022 को PLA सैनिकों ने अरुणाचल के तवांग सेक्टर के यांग्त्से में एलएसी पर अतिक्रमण कर यथास्थिति को एकतरफा बदलने का प्रयास किया. चीन के इस प्रयास का हमारी सेना ने दृढ़ता के साथ सामना किया. इस दौरान दोनों पक्ष आमने सामने आ गए. हाथापाई भी हुई. इस झड़प में दोनों ओर के कुछ सैनिकों को चोटें आईं. लेकिन मैं सदन को बताना चाहता हूं कि झड़प में हमारे किसी भी सैनिक की मृत्यु नहीं हुई और न ही कोई गंभीर रूप से घायल हुआ.

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