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Cloudbursts flash floods in Himachal, Jammu and Kashmir: जम्मू कश्नमीर और हिमाचल के पहाड़ी इलाके इस वक्त कुदरत के कहर से कांप रहे हैं. बुधवार को देश के कुछ हिस्सों में अचानक आई बाढ़ और बादल फटने की घटनाओं ने 22 लोगों की जान ले ली. एनडीआरएफ की टीमें बचाव अभियान में तैनात हैं. महाराष्ट्र में पिछले सप्ताह हुई बारिश से संबंधित घटनाओं में मरने वालों की संख्या बुधवार को बढ़कर 213 हो गई, जिसमें केवल रायगढ़ जिले में लगभग 100 मौतें हुईं है. बारिश से भारी तबाही के बाद पश्चिमी महाराष्ट्र में बारिश का प्रकोप कम हो रहा है और कोल्हापुर और सांगली में खतरे के निशान से ऊपर बह रही नदियों का जल स्तर कम हो गया है.
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने लगातार बारिश की चेतावनी देते हुए दिल्ली के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक 30 जुलाई तक जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में भारी बारिश का दौर जारी रहने का पूर्वानुमान है.
आज तड़के जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के एक गांव में अचानक बादल फट जाने से बड़े पैमाने पर तबाही मच गई. तमाम घर जमींदोज हो गए. इंसान तिनके की तरह बहने लगे. बादल फटने की इस घटना में 7 लोगों की मौत हो गई. करीब 17 लोग घायल हुए हैं, 30 लोगों के लापता होने की खबर है जबकि 19 घर पूरी तरह जमींदोज़ हो गए हैं. राहत और बचाव के लिए एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं.
किश्तवाड़ के दाचन और बाउजवा इलाके, दक्षिण कश्मीर के पवित्र अमरनाथ गुफा, उत्तर कश्मीर के बांदीपोरा और लद्दाख का कारगिल बादल फटने से प्रभावित हुआ और दर्जनों घर, कई पुल और लघु पनबिजली परियोजना क्षतिग्रस्त हो गई. इसी तरह की घटना उत्तर कश्मीर के बांदीपोरा जिले के अलूसा गांव में हुई लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ. उधमपुर और राजौरी जिले में भारी बारिश की वजह से दो पुल क्षतिग्रस्त हो गए.
एक तरफ जम्मू के किश्तवाड़ में बादलों ने तबाही मचाई तो करगिल में भी बादल फटने की दो घटनाओं में दो गांवों में जमकर तबाही हुई. कई घर इसमें तबाह हुए तो मिनी हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट भी इस तबाही की चपेट में आ गया. बादलों की ये तबाही करगिल से 60 किलोमीटर दूर करगिल लेह नेशनल हाइवे पर स्थित खंगराल गांव में मची. बादल फटने की दूसरी घटना करगिल से 40 किलोमीटर दूर सांगरा में हुई.
लद्दाख में कारगिल के विभिन्न हिस्सों में बादल फटने की घटनाएं हुई जिससे लघु पनबिजली परियोजना को नुकसान हुआ और करीब एक दर्जन मकान क्षतिग्रस्त हो गए. हालांकि, इन घटनाओं में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. यहां के सांगरा और खंग्राल में मंगलवार शाम को बादल फटने की घटना हुई.
हिमाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ में 14 लोगों की मौत हो गई. कुल्लू में भी बादल फटने की भयानक तस्वीरें सामने आई हैं, बादल फटने के बाद मणिकरण के ब्रह्मगंगा नाले में आई बाढ़ के चलते कई स्थानीय के गायब होने की सूचना है. कुल्लू जिले में पनबिजली परियोजना के एक अधिकारी और दिल्ली के एक पर्यटक समेत 4 लोग लापता हैं और उनके मारे जाने की आशंका है.
अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की वजह से गुफा के आसपास बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है. बीएसएफ सीआरपीएफ और जम्मू पुलिस के कैंप को इससे नुकसान पहुंचा है. एसडीआरएफ की दो टीम पहले से अमरनाथ में हैं. एक और टीम गांदरबल से रेस्क्यू और राहत बचाव के लिए भेजी गई है. प्रशासन ने आसपास के इलाके के लोगों को सिंध नदी से दूर रहने की अपील की है. क्योंकि बादल फटने से सिंध नदी का जलस्तर बढ़ सकता है. उधर गृहमंत्री अमित शाह ने बाबा अमरनाथ की पवित्र गुफा के पास बादल फटने के संबंध में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से बात की है. NDRF की टीमें वहां भेजी जा रही हैं.
उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा इलाके में भी बादल फटने से तबाही मच गई. जहां बादल फटा, वहां आसपास के इलाके पानी से लबालब हो गए. किसानों की फसलें डूब गईं. जम्मू-कश्मीर में इस तबाही को लेकर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गृहमंत्री अमित शाह से बात की. अमित शाह ने उन्हें भरोसा दिलाया कि प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी. जरूरत पड़ने पर तबाही में फंसे हुए लोगों को एयरलिफ्ट भी कराया जा सकता है.