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उत्तर भारत के कई राज्यों में शीतलहर का दौर शुरू हो गया है, जिसके कारण तापमान में गिरावट आने के साथ कंपकंपी महसूस होने लगी है. मौसम विभाग (IMD) की मानें तो वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के चलते पहाड़ों पर बर्फबारी हो रही है और मैदानी इलाकों में शीतलहर का प्रकोप है. IMD ने 13 दिसंबर को केरल और माहे में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है तो वहीं, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार आईलैंड में येलो अलर्ट है.
दिल्ली का मौसम
दिल्ली में पहाड़ों से आने वाली सर्द हवाओं ने ठंडक बढ़ा दी है. मौसम विभाग ने 13 और 14 दिसंबर को दिल्ली में शीतलहर का अलर्ट जारी किया है. वहीं, इस पूरे सप्ताह सुबह के समय धुंध छाई रहेगी और गुनगुनी धूप निकलेगी. IMD के मुताबिक, इस पूरे हफ्ते दिल्ली का अधिकतम तापमान 23 से 24 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है और न्यूनतम तापमान 4 से 6 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है.
दिल्ली का तापमान
देश के मौसम का हाल
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख, और जम्मू-कश्मीर में हल्की बारिश और बर्फबारी संभव है. वहीं, तमिलनाडु में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है. दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, केरल और दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है.
इसके अलावा अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप में हल्की बारिश संभव है. हरियाणा, दिल्ली, और राजस्थान के कुछ हिस्सों में शीतलहर की स्थिति बन सकती है. पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, और पश्चिम उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में जमाव (ग्राउंड फ्रॉस्ट) संभव है.
देश की मौसमी गतिविधियां
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के पास श्रीलंका तट पर बना गहरा निम्न दबाव क्षेत्र अब मन्नार की खाड़ी और आसपास के क्षेत्रों में स्थित है. इससे संबंधित चक्रवाती परिसंचरण मध्य क्षोभमंडल स्तर तक फैला हुआ है. वहीं, यह प्रणाली उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर दक्षिण तमिलनाडु की ओर बढ़ते हुए अगले 12 घंटों के दौरान कमजोर पड़ सकती है.
इसके अलावा पश्चिमी विक्षोभ मध्य क्षोभमंडल स्तर पर पश्चिमी हवाओं के रूप में देखा जा रहा है, जिसकी धुरी समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर 72° पूर्व देशांतर और 30° उत्तर अक्षांश के उत्तर में फैली हुई है. चक्रवाती परिसंचरण त्रिपुरा पर बना हुआ है.