
पूरे उत्तर भारत में बेहिसाब ठंड पड़ रही है. पहाड़ों से आफत अब मैदानी इलाकों में पहुंच गई है. इसी का नतीजा है कि दिल्ली में लगातार तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है. आज राजधानी का न्यूनतम तापमान 2 डिग्री तक दर्ज किया गया है. पारे का ये स्तर आज लोधी रोड और दिल्ली रिज के इलाके में है. पहाड़ों की बात करें तो बदरीनाथ धाम में तापमान माइनस 16 डिग्री जा पहुंचा है. मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले 24 घंटे वक्त और भी भारी हो सकते हैं. हालांकि, इसके बाद कुछ राहत के आसार हैं.
ठंड का आलम ये है कि आज यानी 17 जनवरी को हरियाणा और राजस्थान के इलाकों में तापमान शून्य से नीचे रिकॉर्ड किया गया. हिसार में ये माइनस 1.3 डिग्री सेल्सियस और चूरू में ये माइनस 2.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. इसके अलावा राजधानी के दिल्ली रिज में तापमान 2.2, सफदरजंग में 2.4 और आयानगर में 2.8 डिग्री सेल्सियस पहुंचा.
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान ठंड का प्रकोप जारी रहेगा. पूरे देश में मौसम शुष्क रहने की संभावना है. इससे राजस्थान के कई हिस्सों, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में शीतलहर से लेकर भीषण शीतलहर की स्थिति जारी रह सकती है. गुजरात और बिहार में शीतलहर की स्थिति रहने की उम्मीद है. वहीं, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में अगले दो दिनों तक पाला पड़ सकता है.
इसके बाद मौसमी कहर से राहत मिलने के आसार हैं. दरअसल, 18 जनवरी की रात से एक नए पश्चिमी विक्षोभ यानी वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के पश्चिमी हिमालय तक पहुंचने की संभावना है. मौसम विभाग का पूर्वानुमान लगाने वाली एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, इससे उत्तर भारत को कुछ राहत मिलेगी. एक के बाद एक लगातार दो पश्चिमी विक्षोभ का असर उत्तर पश्चिम भारत पर देखने को मिलेगा. पहला 18 जनवरी और दूसरा 20 जनवरी से असर डालना शुरू करेगा. परिणामस्वरूप, उत्तर पश्चिम भारत में शीतलहर की स्थिति 19 जनवरी, 2023 से खत्म होने की संभावना है.