बल्लभगढ़ और गौतमबुद्ध नगर इलाके में हल्की बारिश की संभावना है.
गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, मेरठ, खतौली, खुर्जा, बुलंदशहर, हाथरस, मथुरा और दिल्ली के संगम विहार, तुगलकाबाद समेत कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, देश की राजधानी में सितंबर में अब तक 74 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है. सफदरजंग वेधशाला ने इस महीने अब तक 80.3 मिलीमीटर के सामान्य स्तर के मुकाबले सिर्फ 20.9 मिमी बारिश दर्ज की है, जबकि लोधी रोड मौसम केंद्र ने 80.3 मिमी के सामान्य स्तर के मुकाबले केवल 18.5 मिमी बारिश दर्ज किया है. आईएमडी के आंकड़ों के मुताबिक, पालम मौसम केंद्र ने 50 साल के औसत 80.9 मिमी के मुकाबले 30.3 मिमी बारिश दर्ज की है. दिल्ली में इस साल अगस्त में 237 मिमी बारिश हुई, जो 7 साल में सबसे अधिक है. कुल मिलाकर 01 जून को मानसून का मौसम शुरू होने के बाद से महानगर में 596.4 मिमी सामान्य बारिश के मुकाबले 576.5 मिमी बारिश दर्ज की गई है.
देश की राजधानी दिल्ली में शुष्क मौसम रहने की वजह से पारा बढ़ गया है. मौसम विभाग के मुताबिक, यहां अगले हफ्ते बारिश होने की संभावना है. दिल्ली में अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3 डिग्री अधिक है. आर्द्रता का स्तर 52 से 86 प्रतिशत के बीच रहा. विभाग के मुताबिक, दिल्ली और आसपास के इलाकों में आज यानी सोमवार को बूंदाबांदी हो सकती है. आईएमडी ने यह भी कहा है कि मानसून के दिल्ली में लंबे समय तक रहने की संभावना है और इसके अक्टूबर के शुरुआती दिनों में लौटने का अनुमान है.
मौसम विभाग ने कहा कि पश्चिमी राजस्थान से दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के लौटने में देर होने की संभावना है. विभाग ने कहा कि चक्रवातीय दशाएं बनने के कारण मॉनसून के लौटने में देर होने की संभावना है. मॉनसून के इसी सप्ताह लौटने की संभावना थी. मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा, 'हवा का कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण पूर्वा हवाएं हर ओर से राजस्थान से हर तरफ बहेंगी. इसलिए पश्चिमी राजस्थान से मॉनसून के 24 सितंबर तक नहीं लौटने की संभावना है.'
मौसम विभाग ने तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पुडुचेरी में सोमवार को ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है. विभाग ने कहा कि उत्तर आंध्र प्रदेश तट के पास पश्चिमी-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर हवा का कम दबाव का एक क्षेत्र बना हुआ है. इसके अगले दो-तीन दिनों में तेलंगाना होकर मध्य भारत की ओर पश्चिम-उत्तर दिशा में बढ़ने की संभावना है. मौसम विभाग ने कहा कि इस कारण तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में 13 सितंबर को, विदर्भ में 15 सितंबर को और मराठवाड़ा में 16 सितंबर को छिटपुट स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है.
उत्तर प्रदेश से विदा हो रहा दक्षिण-पश्चिमी मानसून पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के कुछ इलाकों को भिगो गया. आंचलिक मौसम केंद्र की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के कुछ इलाकों में हल्की बारिश हुई. इस दौरान सोरांव (प्रयागराज) और दुद्धी (सोनभद्र) में चार-चार सेंटीमीटर बारिश हुई. इसके अलावा मेजा और करछना (प्रयागराज) में दो-दो सेंटीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई. अगले 24 घंटों के दौरान भी राज्य में चंद इलाकों में बारिश होने की संभावना है.
भदोही में भी बिजली के गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई है. यहां अपर जिला अधिकारी शैलेन्द्र कुमार मिश्रा ने बताया कि भावापुर गांव में भेड़ें चरा रहे सूर्यमणि पाल (35) की आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मौत हो गई. इसके अलावा हरदेवपुर गांव में दोपहर बाद विनोद पांडेय (28) अपने घर के सामने बैठा था, तभी अचानक बिजली उस पर गिर गई, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई. मिश्रा ने बताया कि इसी तरह लक्षमनिया गांव में बतख पालन करने वाले परिवार का मनीष सरोज (16) खेत में बतख लेकर गया था, तभी बिजली गिरने से उसकी मौत हो गई.
उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में रविवार को खराब मौसम के बीच बिजली गिरने से उसकी चपेट में आकर 3 लोगों की मौत हो गई. चित्रकूट के एसपी अंकित मित्तल ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि राजापुर थाना क्षेत्र के चिल्लीमल गांव के मजरे दुबे के पुरवा में दोपहर करीब दो बजे बिजली गिरी. इसकी चपेट में आने से जंगल में बकरी चरा रहे नानबाबू निषाद (12), गुड्डा निषाद (13) और राधा देवी (8 वर्ष) की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं एक बच्चा झुलस गया.