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Assam Floods 2022, Disaster Management: असम में भारी बारिश के चलते बाढ़ (Assam Floods) की स्थिति गंभीर बनी हुई है. असम के 29 जिलों का 7.12 लाख लोग बाढ़ का प्रकोप झेल रहे हैं. बाढ़ के पानी में असम डूबा हुआ है. इसके चलते आम जन-जवीन अस्त-व्यस्त हो गया है.
अब तक गई 14 लोगों की जान
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार, असम के नगांव में 3.36 लाख से अधिक, कछार में 1.66 लाख, होजई में 1.11 लाख और दरांग में 52,709 लोग प्रभावित हुए. वहीं, 20 मई को कछार, लखीमपुर और नगांव जिले में बाढ़ के पानी में डूबने से 2 बच्चों समेत चार लोगों की मौत हो गई. रिपोर्ट के मुताबिक, असम बाढ़ में 9 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि भूस्खलन की घटनाओं में अब तक 5 लोग जान गवां चुके हैं.
खेती किसानी को नुकसान
असम में आई बाढ़ से किसानों को भारी नुकसान पहुंचा है. कुल 80,036.90 हेक्टेयर खेती की जमीन तबाह हो गई है. वहीं, असम के 2,251 गांव अभी भी जलमग्न हैं.
500 लोगों को रेल की पटरी के ऊपर गुजारनी पड़ रही जिंदगी
असम के जमुनामुख जिले में 2 गांव पूरी तरह से पानी में समा गए हैं. यहां सिर्फ रेल पटरियां ही बाढ़ के प्रकोप से बची हुई हैं. चंगजुराई और पटिया पाथर गांव 6 दिन पहले बाढ़ के पानी में समा गए. जान बचाने के लिए इन दोनों गांव के लोगों ने रेल की पटरियों पर शरण ली, जो ऊंची जगह पर बनाई गई हैं. यहीं पर बारिश के बीच में यह लोग तिरपाल लगाकर जिंदगी जीने को मजबूर हैं. इनका आरोप है कि अभी तक इनको सरकार की ओर से कोई सहायता भी नहीं मिली है.
राहत-बचाव कार्य में जुटी वायुसेना
असम बाढ़ (Assam Floods 2022) में फंसे लोगों की मदद को वायुसेना (Indian Air Force)15 मई 2022 से लगातार काम कर रही है. 15 मई को वायुसेना के Mi-17 हेलीकॉप्टरों ने डिटोकचेरा रेलवे स्टेशन पर फंसे 119 यात्रियों को निकाला था. तब से IAF ने बाढ़ प्रभावित इलाके हाफलोंग में आवश्यक आपूर्ति प्रदान करने और 454 नागरिकों को निकालने के लिए एक An-32 विमान, दो Mi-17 हेलीकॉप्टर, एक चिनूक हेलीकॉप्टर और एक ALH ध्रुव को तैनात किया है.
IAF ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत-बचाव कार्य के लिए 20 NDRF कर्मियों को तैनात किया है. बता दें, बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों की मदद के लिए भारतीय वायुसेना NDRF की टीमों और असम सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है.
(पल्लव बोरा और मंजीत नेगी के इनपुट के साथ)