
भारी बारिश के चलते दिल्ली का हाल बेहाल हो गया है. राजाधानी के कई हिस्सों में सड़कें बारिश के पानी में डूब गई हैं. हर बारिश में डूबने वाली मिंटो रोड ब्रिज अंडरपास ब्रिज के नीचे भी पानी भर गया है. फिलहाल, ऐहतियातन मिंटो ब्रिज को बंद कर दिया गया है. ब्रिज के पास ट्रैफिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. इमरजेंसी की स्थिति के लिए ब्रिज के पास एंबुलेंस भी खड़ी की गई है. मिंटो ब्रिज के अलावा खान मार्केट में भी भारी जलजमाव देखा गया. इसके अलावा कई सांसदों के बंगलों के अंदर भी बारिश का पानी भर गया है.
दिल्ली का मिंटो ब्रिज अंडरपास हर साल बारिश के चलते डूब जाता है. कल यानी 8 जुलाई को भी बारिश के चलते मिंटो ब्रिज अंडरपास को बंद करना पड़ा था. हालांकि, पानी खिसकने के बाद अंडरपास को फिर से खोल दिया गया था. भारी बारिश के चलते अंडरपास के नीचे पानी भरने से आज यानी 9 जुलाई को एक बार फिर मिंटो ब्रिज को बंद कर दिया गया है.
खतरे के निशान को पार कर सकता है यमुना का जलस्तर
राजधानी में यमुना के जलस्तर में भी तेजी से इजाफा हो रहा है. पुराने लोहे के पुल के पास यमुना का खतरे के निशान कुछ मीटर ही नीचे बह रही है. केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के मुताबिक दिल्ली में यमुना नदी में जल स्तर बढ़ रहा है और मंगलवार को इसके खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार करने की आशंका है. सीडब्ल्यूसी के बाढ़-निगरानी पोर्टल के अनुसार, रविवार को दोपहर 1 बजे पुराने रेलवे ब्रिज पर यमुना का जल स्तर 203.18 मीटर था. चेतावनी स्तर 204.5 मीटर है. दिल्ली में नदी के पास के निचले इलाकों को बाढ़ के प्रति संवेदनशील माना जाता है और यहां लगभग 37,000 लोग रहते हैं.
राजधानी के इन इलाकों में भारी जलजमाव
राजधानी के नरेला, अलीपुर, रोहिणी, पीतमपुरा, पश्चिम विहार, पंजाबी बाग, कश्मीरी गेट, सीलमपुर, राजौरी गार्डन, लाल किला, राजीव चौक, आईटीओ नजफगढ़, द्वारका, इंडिया गेट, लोधी रोड, अक्षरधाम, पालम, आईजीआई एयरपोर्ट पर जैसे इलाकों में बारिश के चलते भारी जलजमाव की स्थिति देख गई है.
राजधानी में टूटा पिछले 41 साल का रिकॉर्ड
देश की राजधानी में भारी बारिश ने 41 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. IMD के आंकड़ों के मुताबिक, 1982 के बाद से जुलाई में एक दिन में सबसे ज्यादा 153 मिमी बारिश हुई है. इससे पहले 25 जुलाई 1982 को 169.9 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई थी. साल 2003 में 24 घंटे में 133.4 मिमी बारिश हुई थी. वहीं, 2013 में दिल्ली में 123.4 मिमी बारिश हुई थी. वहीं, बारिश का सिलसिला अभी थमा नहीं है. मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में आज (रविवार), 9 जुलाई को भी मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है.
एनसीआर बारिश से भारी तबाही
दिल्ली के अलावा एनसीआर के गुरुग्राम, फरीदाबाद, मानेसर, बल्लभगढ़, कैथल, नरवाना, बरवाला, सोहना, नूंह, पानीपत गोहाना, गन्नौर, सोनीपत, रोहतक, शामली, कांधला, बड़ौत, बागपत, खेकड़ा, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, संभल, बिलारी और अलवर में बारिश हो रही है. इसके अलावा नोएडा और गाजियाबाद में भी पिछले एक दिन से लगातार बारिश दर्ज की जा रही है. इन इलाकों में भी सड़कें पानी से लबालब नजर आ रही हैं. कई इलाकों में घरों के अंदर भी पानी घूस गया है. मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर में ये बारिश अगले दो दिन और जारी रह सकती है. राजधानी में बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है.
गाजियाबाद में धसा सर्विस लेन
गाजियाबाद के थाना क्रॉसिंग के गौड़ ग्लोबल विलेज के पास निर्माणाधीन मॉल की खुदाई के दौरान बने गड्ढो में पानी भरने के कारण बाहर बनी सर्विस लेन धसने का मामला सामने आया. सूचना मिलते मिलने पर स्थानीय पुलिस मौके पर पर पहुंच चुकी है. सर्विस लेन धंसने के लिए सोसायटी के लोगों में रोष का माहौल है.
गुरुग्राम में सड़कें, पार्क, अंडरपास, बाजार सब जलमग्न
भारी बारिश के कारण रविवार को गुरुग्राम के कई हिस्सों में गंभीर जलजमाव और यातायात जाम हो गया, प्रशासन ने कॉर्पोरेट कंपनियों को अपने कर्मचारियों से सोमवार को घर से काम करने की सलाह दी है. साथ ही स्कूलों को भी बंद रखने का निर्देश दिया गया है. बारिश के चलते गुरुग्राम में सड़कें, पार्क, अंडरपास, बाजार और यहां तक कि स्कूल और अस्पताल भी जलमग्न हो गए हैं. ट्रैफिक काफी धीमी गति से चल रहा है. ऐसे में सभी से अनुरोध किया गया है कि बेहद जरूरी काम होने पर ही घर से बाहर निकलने का निर्देश दिया गया है.
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