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उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड का दौर जारी, बिहार और मध्य प्रदेश में शीतलहर का अलर्ट

पूरे उत्तर भारत में इन दिनों कड़ाके की ठंड का सितम जारी है. इसी बीच मौसम विभाग ने बिहार और मध्यप्रदेश में शीतलहर का अलर्ट जारी किया है. IMD ने अगले दो दिनों तक उत्तर भारत में घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति जारी रहने का अनुमान जताया है. हालांकि, इसके बाद इसकी तीव्रता में कमी आने की उम्मीद है.

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aajtak.in
  • नई दिल्ली ,
  • 20 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 7:07 PM IST

पूरे उत्तर भारत में इन दिनों कड़ाके की ठंड का सितम जारी है. इसी बीच मौसम विभाग ने बिहार और मध्य प्रदेश में शीतलहर का अलर्ट जारी किया है. 
IMD ने अगले दो दिनों तक उत्तर भारत में घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति जारी रहने का अनुमान जताया है. हालांकि, इसके बाद इसकी तीव्रता में कमी आने की उम्मीद है. नागरिकों को यात्रा के दौरान आवश्यक सावधानी बरतने और सुरक्षा उपाय बनाए रखने की सलाह दी गई है

मध्य प्रदेश और बिहार में शीतलहर का अलर्ट

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उत्तर भारत में शीत दिवस से लेकर गंभीर शीत दिवस की स्थिति आने वाले दो दिनों तक जारी रहने और उसके बाद इसकी तीव्रता में कमी आने का अनुमान है. सीवियर कोल्ड डे तब होता है, जब किसी जगह का दिन का अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस या उससे कम और सामान्य से 6.4 डिग्री या अधिक कम होता है. मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले दिनों में स्थितियां थोड़ी राहत भरी हो सकती हैं. लोगों को सलाह दी गई है कि वे खुद को गर्म रखें और ठंड की स्थिति में घर से ज्यादा बाहर ना निकलें. 

इसके अलावा मौसम विभाग ने बिहार और उत्तरी मध्य प्रदेश में शीत लहर की संभावना जताई है. 21 और 22 जनवरी के दौरान इस शीत लहर का उत्तर भारत के बड़े हिस्से में असर देखने को मिलेगा. मैदानी इलाकों में शीत लहर तब चलती है, जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे नीचे होता है या लगातार दो दिनों तक मौसम सामान्य से 4.5 डिग्री कम होता है. बिहार के उत्तरी हिस्सों, उत्तरी मध्य प्रदेश और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में रहने वाले लोगों के इस मौसम से प्रभावित होने की संभावना है. 

मौसम विभाग ने जारी की एडवाइजरी

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मौसम विभाग नियमित रूप से मौसम की स्थिति पर नजर रखता है और सलाह भी जारी करता है. बच्चों, बुजुर्गों और पुरानी बीमारियों वाले व्यक्तियों जैसे कमजोर समूहों को इस गंभीर मौसम के संपर्क से बचने की सलाह दी गई है. 

सर्दियों का मौसम कुछ फसलों के लिए महत्वपूर्ण होता है, तो वहीं तापमान में ज्यादा गिरावट से खेतों में खड़ी फसल को खतरा भी हो सकता है. इसलिए मौसम विभाग ने फसलों को पाले से बचाने के लिए एडवाइजरी भी जारी की है. 

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