
पश्चिम बंगाल में शुक्रवार को नए विधानसभा सत्र का आगाज हुआ. सत्र के पहले दिन ही सदन में ज़ोरदार हंगामा हुआ. भारतीय जनता पार्टी के विधायकों द्वारा राज्यपाल जगदीप धनखड़ के भाषण में चुनाव बाद हुई हिंसा का जिक्र ना होने पर हंगामा किया गया.
भाजपा के नेताओं ने यहां भारत माता की जय, जय श्री राम के नारे लगाए. जब राज्यपाल अपना संबोधन दे रहे थे, तभी बीजेपी विधायकों द्वारा हंगामा किया गया. ऐसे में राज्यपाल को अपना भाषण छोटा कर बीच में ही खत्म करना पड़ा.
जब राज्यपाल अपना संबोधन खत्म करने जाने लगे, तब बीजेपी नेताओं ने भी सदन से वॉकआउट कर दिया. बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी द्वारा इस मसले पर बाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की गई. बीजेपी की ओर से आरोप लगाया गया कि राज्य सरकार ने जानबूझकर राज्यपाल के भाषण में चुनाव बाद हुई हिंसा का जिक्र नहीं किया.
बता दें कि शुक्रवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ के भाषण के साथ विधानसभा के सत्र की शुरुआत हुई. सत्र शुरू होने से पहले ही राज्य सरकार और राज्यपाल के बीच टकराव चल रहा था.
गौरतलब है कि 2 जुलाई को सत्र की शुरुआत राज्यपाल के संबोधन से हुई, ये सत्र 8 जुलाई तक ही चलेगा. सात जुलाई को राज्य सरकार का बजट पेश किया जाना है.
संबोधन को लेकर राज्यपाल और सरकार में तकरार
सत्र शुरू होने से पहले ही राज्यपाल और राज्य सरकार के बीच जंग छिड़ी थी. राज्यपाल को जो भाषण देना था, वह राज्य सरकार ही तैयार करती है. लेकिन जगदीप धनखड़ ने भाषण के कंटेंट पर आपत्ति जाहिर की थी. सूत्रों की मानें, तो राज्यपाल अपने संबोधन में बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा के बारे में कुछ कहना चाहते थे, लेकिन सरकार ने साफ किया कि संबोधन कैबिनेट से पास हो चुका है.
बता दें कि इससे पहले भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने एक संबोधन में राज्यपाल पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे, जिसे खुद राज्यपाल ने नकारा था.
एक ओर राज्यपाल और राज्य सरकार में तकरार जारी है, तो दूसरी ओर भाजपा भी इस दौरान चुनाव बाद हुई हिंसा को लेकर सदन में हंगामा कर सकती है. बीजेपी की ओर से इस मसले पर चर्चा करने की मांग की गई है, हालांकि अभी इसे स्वीकारा नहीं गया है.
गौर करने वाली बात ये भी होगी कि बीजेपी से टीएमसी में आए मुकुल रॉय किस ओर बैठते हैं. क्योंकि चुनाव के बाद उन्होंने टीएमसी ज्वाइन कर ली है, लेकिन वो अभी भी बीजेपी से ही चुने हुए विधायक हैं.