
पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिल पर हुए हमले को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय एक्टिव हो गया है. गृह मंत्रालय ने बंगाल के डीजीपी और मुख्य सचिव को 14 दिसंबर को तलब किया है. दोनों अफसरों से सुरक्षा में चूक पर सवाल जवाब किए जाएंगे. गृह मंत्रालय ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ से भी रिपोर्ट मांगी है.
इस बीच बंगाल की राजनीति में अब खुलकर खूनखराबे की धमकी जारी हो रही है. एक दिन पहले बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर पथराव के बाद बीजेपी नेता, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चेतावनी भरा पैगाम भेज रहे हैं, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल भी एक्शन में आ गए हैं. राज्यपाल ने रिपोर्ट केंद्र को भेज दी है जिसमें कानून-व्यवस्था पर सीधे-सीधे सवाल है.
गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बंगाल की मौजूदा कानून व्यवस्था पर रिपोर्ट भेजी है. बंगाल के राज्यपाल ने गृह मंत्रालय को लिखी रिपोर्ट में जिक्र किया है कि जेपी नड्डा और अन्य बीजेपी नेताओं की सुरक्षा में कमी थी. गृह मंत्रालय ने राज्यपाल ने राज्य में बिगड़ रही कानून व्यवस्था, नेताओं पर बढ़ रहे हमलों को लेकर रिपोर्ट तलब की थी.
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क्या है पूरा मामला
गुरुवार को अपने बंगाल दौरे के बीच जब जेपी नड्डा डायमंड हार्बर जा रहे थे, तब उनके काफिले पर हमला किया गया. बीजेपी ने आरोप लगाया कि ये हमला टीएमसी समर्थकों द्वारा किया गया है. इस दौरान जेपी नड्डा की गाड़ी पर पत्थर फेंके गए, उनके अलावा कैलाश विजयवर्गीय की गाड़ी पर भी हमला हुआ.
जेपी नड्डा एक राष्ट्रीय पार्टी के अध्यक्ष हैं, उनके पास जेड+ सुरक्षा है. ऐसे में बीजेपी की ओर से आरोप लगाया जा रहा है कि बंगाल में कोई अध्यक्ष भी सुरक्षित नहीं है, ऐसे में कानून व्यवस्था का क्या हाल है. जेपी नड्डा पर हुए हमले की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी कड़ी निंदा की थी. साथ ही गृह मंत्रालय पूरे मामले में एक्टिव हो गया है.