
पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा के सिलसिले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की एक टीम ने शुक्रवार को पूर्वी मिदनापुर में 2 टीएमसी नेताओं के घर छापेमारी की. इसके साथ ही सीबीआई की एक टीम ने संदेशखाली में जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न मामले में शिकायतों को सुनने के लिए एक अस्थायी कैंप लगाएगी.
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, कैंप स्थापित करने से सीबीआई को मामले की जांच करने में मदद मिलेगी और संदेशखाली में जांच अधिकारी शिकायतकर्ताओं से सीधे बात कर सकेंगे, जहां पीड़िताएं खुलकर अपनी बातें रख सकेंगी.
बताया जा रहा है कि जांच के लिए सीबीआई संदेशखाली में अस्थायी तौर पर कैंप लगा रही है. लोकसभा चुनाव के दौरान संदेशखाली में आंदोलन के बीच सीबीआई संदेशखाली में एक अस्थायी शिविर स्थापित कर रहा है.
कैंप की सुरक्षा करेंगे केंद्रीय बल
सूत्रों के अनुसार, धमखली बाजार इलाके में सीबीआई कैंप बनाएगी, जहां सुरक्षा की लिहाज से केंद्रीय बलों के जवानों को तैनात किया जाएगा. धमाखली इलाके में अस्थायी कैंप कार्यालय स्थापित करने के लिए सीबीआई की एक टीम पहले ही पहुंच चुकी है.कलकत्ता हाईकोर्ट के निर्देश पर सीबीआई संदेशखाली मामले से जुड़े विभिन्न मामलों की जांच कर रही है.
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TMC नेताओं के यहां CBI ने मारा छापा
वहीं, सीबीआई की एक अन्य टीम पूर्वी मिदनापुर में 2021 में चुनाव बाद हुई हिंसा मामले में TMC नेता नंददुलाल माईती और देवब्रत पांडा के घर छापेमारी कर रही है. ये मामला मिदनापुर इलाके में साल 2021 के चुनाव के बाद हुई हिंसा में धनंजय नाम के एक व्यक्ति की मौत से जुड़ा हुआ है.