
पश्चिम बंगाल के हावड़ा में रामनवमी के जुलूस के बाद लगातार दो दिन तक अशांति के बाद शिबपुर क्षेत्र में स्थिति सामान्य हो गई है. साथ ही रात में कई घंटों तक ठप रहने के बाद अब इंटरनेट सेवाएं फिर से शुरू कर दी गई हैं. लेकिन सुरक्षाबल पूरी तरह से मुस्तैद हैं. हिंसा प्रभावित इलाके में ड्रोन से निगरानी की जा रही है. चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है. हावड़ा के कुछ हिस्सों में धारा-144 लागू है. इस घटना की जांच अब CID करेगी.
रामनवमी उत्सव के दौरान हावड़ा जिले के काजीपारा इलाके में विश्व हिंदू परिषद और बंजरग दल ने शोभायात्रा निकाली थी. इस दौरान ही हिंसा हुई. हिंसा की वजह फिलहाल सामने नहीं आई. लेकिन बाद के कुछ वीडियोज जरूर सामने आए हैं. वहां कई वाहनों को आग के हवाले किया गया, ये वीडियो में साफ दिख रहा है. इसके अलावा वहां पथराव भी हुआ था. हिंसा प्रभावित इलाके में पुलिस पिकेट और रिजर्व बल अभी तैनात है. वहीं रात में कई घंटों तक इंटरनेट को बैन कर दिया गया था.
घटना के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि मेरे आंख और कान खुले हैं. मुझे सब दिख रहा. मैंने पहले ही चेतावनी दी थी कि मुस्लिम बहुल इलाकों से शोभायात्रा को लेकर ना जाएं, उनको सावधानी बरतनी चाहिए थी. मैंने कहा था कि राम नवमी पर रैली निकाली गई तो हिंसा हो सकती है.' ममता ने आगे हावड़ा हिंसा को दंगे का नाम दिया. वह बोलीं, 'मैंने सुना है कि हावड़ा में दंगा हुआ है.' उन्होंने कहा कि हिंसा के सिलसिले में 31 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं प्रशासन की ओर से कहा गया है कि कुछ अफसरों की ओर से ढिलाई बरती गई है. झड़प में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हावड़ा में रामनवमी के जुलूस के दौरान हुई हिंसा को लेकर शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस से बात की और स्थिति का जायजा लिया था.
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