Advertisement

'गांधी से कम नहीं था नेताजी सुभाष का योगदान, नोटों पर छपे उनकी तस्वीर', हिंदू महासभा की मांग

पश्चिम बंगाल में हिंदू महासभा के कार्यकारी अध्यक्ष चंद्रचूड़ गोस्वामी ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमें लगता है कि देश के स्वतंत्रता संग्राम में नेताजी का योगदान महात्मा गांधी से कम नहीं था. इसलिए भारत के सबसे महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी को सम्मानित करने का सबसे अच्छा तरीका मुद्रा नोटों पर उनकी तस्वीर है. गांधीजी की तस्वीर को नेताजी के साथ बदल दिया जाना चाहिए.  

बापू की सांकेतिक फोटो बापू की सांकेतिक फोटो
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 22 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 7:02 AM IST

हिंदू महासभा ने भारतीय करेंसी के नोटों पर छपी महात्मा गांधी की तस्वीर को हटाकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की तस्वीर लगाने की मांग की है. राजनीतिक दल का कहना है कि स्वतंत्रता संग्राम में उनका योगदान राष्ट्रपिता से कम नहीं था. इससे पहले पश्चिम बंगाल में हिंदू महासभा द्वारा आयोजित दुर्गा पूजा में महात्मा गांधी की तरह दिखने वाली महिषासुर की मूर्ति को लेकर हंगामा हुआ था. 

Advertisement

पश्चिम बंगाल में हिंदू महासभा के कार्यकारी अध्यक्ष चंद्रचूड़ गोस्वामी ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमें लगता है कि देश के स्वतंत्रता संग्राम में नेताजी का योगदान महात्मा गांधी से कम नहीं था. इसलिए भारत के सबसे महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी को सम्मानित करने का सबसे अच्छा तरीका मुद्रा नोटों पर उनकी तस्वीर है. गांधीजी की तस्वीर को नेताजी के साथ बदल दिया जाना चाहिए.  

इस दौरान गोस्वामी ने बताया संगठन ने पश्चिम बंगाल में होने वाले पंचायत चुनाव लड़ने का फैसला किया है. वहीं गोस्वामी की मांग को लेकर टीएमसी और कांग्रेस ने उनकी आलोचना की. इन्होंने कहा कि बीजेपी की शाखाओं को बंगाल में विभाजनकारी राजनीति करना बंद कर देना चाहिए. पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि देश की आजादी में गांधी जी की भूमिका निर्विवाद है. अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि महात्मा गांधी की हत्या के पीछे कौन था और अब उनके आदर्शों और सिद्धांतों की रोजाना हत्या हो रही है. भाजपा और आरएसएस को इसका जवाब देना चाहिए. हालांकि इस दौरान गोस्वामी ने दोहराया कि महिषासुर के रूप में गांधीजी का चित्रण अनजाने में हुआ था. 

Advertisement

महिषासुर के रूप में गांधी जी पर सफाई

हिंदू महासभा की ओर से दावा किया था कि यह एक संयोग था कि महिषासुर की मूर्ति, जिसका सिर गंजा था और सफेद धोती और गोल चश्मा पहने हुए थी, गांधी के समान थी. उन्होंने कहा कि गांधीजी को महिषासुर के रूप में चित्रित करने का हमारा कोई इरादा नहीं था. यह अनजाने में था. इस मुद्दे पर विवाद पैदा करने की कोशिश करने वालों को ऐसा करने से बचना चाहिए.  

बंगाली हिंदुओं की रक्षा हम करेंगे: महासभा 

गोस्वामी ने कहा कि राज्य में हिंदू बंगालियों के अधिकारों की रक्षा करने में न तो टीएमसी और न ही बीजेपी सक्षम है. हम उनके अधिकारों के लिए लड़ेंगे. हम कुछ भाजपा विधायकों द्वारा बंगाल के विभाजन की मांग का भी समर्थन नहीं करते हैं. हम राज्य को मजबूत करने की दिशा में काम करना चाहते हैं. इस दौरान उन्होंने कहा कि हम पंचायत चुनाव लड़ेंगे और आश्चर्यजनक परिणाम लेकर आएंगे.  

हिंदू महासभा पर बीजेपी का पलटवार 

पश्चिम बंगाल भाजपा ने गोस्वामी के बयानों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि पार्टी मतदाताओं को किसी विशेष समुदाय या धर्म के चश्मे से नहीं देखती है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा कि गोस्वामी जो कह रहे हैं हम उस पर जोर नहीं देना चाहते, लेकिन हम कहना चाहते हैं कि हम किसी विशेष समुदाय या धर्म के चश्मे से राजनीति नहीं करते.
 

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement