
पश्चिम बंगाल के नादिया में 14 साल की लड़की से रेप और मर्डर का मामला सवालों के घेरे में आ गया है. अब तक की जांच में सामने आया है कि घटना के बाद से ही मामले में लीपापोती की कोशिश की गई है. 5 अप्रैल की सुबह बच्ची की मौत हुई और फिर उसे हंसखली गांव से 200 मीटर दूर एक श्मशान घाट ले जाकर अंतिम संस्कार कर दिया गया. ये अनाधिकृत श्मशान घाट बताया जा रहा है. इस बात का पुलिस की केस डायरी में भी जिक्र है, जिसका कलकत्ता हाइकोर्ट के चीफ जस्टिस की अध्यक्षता में डबल बेंच ने संज्ञान लिया है और कड़ी टिप्पणी की है.
बता दें कि 'अवैध' श्मशान को लेकर कलकत्ता हाइकोर्ट ने सवाल खड़ा कर दिया है. चीफ जस्टिस प्रकाश श्रीवास्तव और जस्टिस राजर्षि भारद्वाज की बेंच ने मंगलवार को कहा कि केस डेयरी की जानकारी इंगित करती है कि परिवार को धमकी दी गई है. किसी भी मेडिकल और लीगल सर्टिफिकेट का अभाव, शव परीक्षण रिपोर्ट, डेथ सर्टिफिकेट में तथ्य और सबूतों की कमी संदेह पैदा करती है. इस पर ममता बनर्जी सरकार के वकील ने सफाई दी और कहा कि गांव में कोई श्मशान घाट नहीं है. हालांकि ये बात किसी के गले नहीं उतर रही है. केस डायरी के मुताबिक नाबालिग लड़की का अंतिम संस्कार श्यामनगर के अतीरपुर श्मशान घाट में हुआ.
इंडिया टुडे ने मौके पर पहुंचकर जानी हकीकत
इंडिया टुडे की टीम मौके पर पहुंची. यहां हमने पाया कि श्मशान में कोई ऑफिस रूम नहीं था. यहां 70 साल की बुजुर्ग करुणा बावली रहती हैं. वे कहती हैं कि उस दिन सुबह करीब 12 लोग शव लेकर आए थे. शरीर कपड़ों से ढका हुआ था. उन्होंने यहां दाह संस्कार किया. गांव वाले बताते हैं कि ये श्मशान घाट 2015 में बनाया गया था. स्थानीय ग्रामीण अक्सर शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए यहां आते हैं.
मौके पर राख और जली मिली लकड़ियां
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस घटना के बाद से श्मशान घाट की एक स्थानीय समिति के बारे में कुछ पता नहीं चल रहा है. इंडिया टुडे की टीम को यहां श्मशान घाट के बगल में एक आधा-अधूरा मंदिर बना मिला. वहां कुछ राख और दो जली हुई लकड़ियां पड़ी थीं. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि ये अनाधिकृत श्मशान घाट है तो 2015 से अब तक कैसे चल रहा था?
सीबीआई ने रेप और मर्डर केस की जांच शुरू की
इधर, कलकत्ता हाइकोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई की टीम ने मामले में जांच शुरू कर दी है. बीती रात सीबीआई की एक टीम हंसखली पुलिस स्टेशन पहुंची. टीम को यहां स्थानीय पुलिस की तरफ से 135 पेज की कॉपी सौंपी गई है. सीबीआई की टीम सुबह 4 बजे तक थाने के अंदर थी. इसके बाद ये टीम पीड़ित बच्ची के गांव का दौरा करेगी।
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने किए खुलासे
मामले में पश्चिम बंगाल पुलिस के शीर्ष आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि पूछताछ के बाद मुख्य आरोपी ब्रजा गोपाल गायली ने बड़ा खुलासा किया है. उसने पुलिस को ये बताया है कि उसके घर में किस कमरे में नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप किया गया था. पुलिस ने उस कमरे से एक बेडशीट पहले ही बरामद कर ली है. मौके पर खून के निशान मिले हैं. सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने श्मशान में राख से मानव हड्डियों के तीन छोटे टुकड़े एकत्र किए हैं. ये सैंपल सीबीआई को सौंपे जाएंगे और सीएफएसएल जांच में मददगार साबित होंगे.
ये है पूरा मामला
ये घटना नादिया जिले के हंसखली गांव की है. 4 अप्रैल को टीएमसी नेता समर गोआला के बेटे ब्रजा गोपाल गोआला ने 14 साल की लड़की को बर्थडे पार्टी में बुलाया था. पीड़िता की मां के मुताबिक, देर शाम बेटी को दो लोग और एक महिला घर छोड़ने आए और धमकी गई दी कि अगर किसी को बताया तो घर में आग लगा देंगे. मां का आरोप है कि बेटी के साथ रेप किया गया था. घटना के बाद वह डर गई और चुप रही. सुबह बेटी की तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो डॉक्टर को बुलाने के लिए. जब घर लौटे तो बेटी की मौत हो चुकी थी.