
पश्चिम बंगाल के बीरभूम हिंसा और हत्याकांड में गिरफ्तार टीएमसी के ब्लॉक प्रेसिडेंट अनारुल हुसैन को उसके पद पर बरकरार रखने के लिए खुद बंगाल विधानसभा में डिप्टी स्पीकर आशीष बनर्जी ने वकालत की थी. आशीष बनर्जी द्वारा 2021 में बीरभूम टीएमसी प्रेसिडेंट अनुब्रत मंडल को लिखी एक चिट्ठी सामने आई है. इस चिट्ठी में आशीष बनर्जी अपने खासमखास अनारुल हुसैन को पद से न हटाने को कहा.
दरअसल, अनारुल हुसैन के खिलाफ भ्रष्टाचार के कई सारे आरोप पहले से लग रहे थे. ऐसे में अनुब्रत मंडल, अनारुल को ब्लॉक प्रेसिडेंट के पद से हटा रहे थे. ऐसे में आशीष बनर्जी ने अनुब्रत को चिट्ठी लिखकर उसे पद पर बनाए रखने को कहा था. आशीष बनर्जी रामपुरहाट से तृणमूल कांग्रेस के विधायक हैं और सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं.
मुर्गी बेचने वाले ने बनाई बेशुमार दौलत
अनारुल को आशीष बनर्जी का करीबी बताया जाता है. एक समय राजमिस्त्री का काम करने वाले और मुर्गी बेचने वाले अनारुल ने बेहद कम समय में काफी दौलत कमा ली. ऐसे में जब बागतुई गांव में हिंसा और कत्लेआम की घटना के बाद ममता दौरे पर पहुंचीं, तो उन्होंने अनारुल हुसैन को गिरफ्तार करने के आदेश दे दिए.
अनारुल पर हैं ये आरोप
अनारुल के खिलाफ आरोप था कि जब घरों में आग लगाई जा रही थी तो उसने पुलिस और दमकल को मौके पर बुलाने में कोई मदद नहीं की. पीड़ित लोगों ने उसे कई बार फोन भी किया था लेकिन उसने कोई कॉल रिसीव नहीं किया. बहरहाल, इस चिट्ठी के बाहर आने के बाद भ्रष्टाचार मामले में कई बड़े नेताओं के नाम भी सामने आ सकते हैं.