
पश्चिम बंगाल में टीएमसी विधायक और प्रसिद्ध लेखक मनोजरंजन ब्यापारी ने हुगली के बालागढ़ में अपनी ही पार्टी के स्थानीय नेता पर भ्रष्टाचार और आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया है. ब्यापारी ने अपनी सुरक्षा को लेकर भी चिंता जताई और सरकार से सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है.
बालागढ़ से पहली बार विधायक बने ब्यापारी ने हुगली जिले में अपने विधानसभा क्षेत्र में हो रहे भ्रष्टाचार और आपराधिक गतिविधियों की आलोचना की. उन्होंने कहा कि वह अपनी पार्टी के ही सहयोगियों की धमकी की वजह से क्षेत्र का दौरा नहीं कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय नेताओं ने इसका विरोध करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी है.
उन्होंने कहा, "मैं यह सोचकर टीएमसी में शामिल हुआ था कि मुझे जनता के लिए काम करने के लिए एक मंच मिलेगा, लेकिन बालागढ़ में कुछ स्थानीय टीएमसी नेता अपराध और भ्रष्टाचार का शो चला रहे हैं. जब मैंने इसका विरोध किया तो उन्होंने धमकी दी कि मुझे मार दिया जाएगा."
टीएमसी विधायक ने कहा कि उन्होंने पार्टी नेतृत्व को इसके बारे में जानकारी दे दी है और अपने क्षेत्र में दौरा करने के लिए उचित सुरक्षा भी मांगी है. हालांकि उन्होंने कहा कि नेतृत्व ने इस पर कोई एक्शन नहीं लिया है.
अगर सुरक्षा नहीं मिली तो हो सकती है हत्या: ब्यापारी
ब्यापारी ने कहा, "मैं अपने क्षेत्र का दौरा करने में असमर्थ हूं क्योंकि अगर मुझे उचित सुरक्षा नहीं मिली तो मेरी हत्या हो सकती है. मैंने पार्टी नेतृत्व को सूचित किया, लेकिन उन्होंने कोई एक्शन नहीं लिया है. अभी टीएमसी नेता एक-दूसरे के खून के प्यासे हैं."
वहीं मनोरंजन ब्यापारी को टीएमसी नेतृत्व ने इस मामले में मीडिया से चर्चा करने से परहेज करने का भी निर्देश दिया है. ममता सरकार में मंत्री और कोलकाता मेयर फिरहाद हकीम ने जोर देकर कहा, अगर उन्हें कुछ कहना है तो वह पार्टी के भीतर बोल सकते हैं. उन्हें इस मुद्दे पर मीडिया से बात नहीं करनी चाहिए.
अपनी आत्मकथा से फेमस हुए मनोरंजन ब्यापारी
मनोरंजन ब्यापारी ने अपनी आत्मकथा 'इतिब्रिते चांडाल जीवन' लिखी है, जिसकी वजह से वो बहुत फेमस हुए. 2021 के विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने टीएमसी ज्वाइन की, जिसके बाद बारागढ़ सीट से विधायक चुने गए.
ब्यापारी का ये बयान फिरहाद हकीम द्वारा सार्वजनिक रूप से स्वीकार किए जाने के दो दिन बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि टीएमसी के कुछ नेता भ्रष्टाचार में लिप्त हैं.
कोलकाता मेयर ने क्या कहा?
हकीम ने कहा, "मुझे यकीन है कि कुछ लोग हैं जिन्होंने गलत किया है. भ्रष्टाचार में फंस गए हैं, लेकिन ऐसा सबके साथ नहीं होता. हां, मुझ पर सीबीआई ने छापा मारा है, मुझे गिरफ्तार किया गया है, लेकिन क्या मेरे निर्वाचन क्षेत्र में एक भी व्यक्ति मुझे बता पाएगा कि मैं एक भी पैसे के भ्रष्टाचार में शामिल हूं? मैं 25 साल तक पार्षद रहा हूं, यहां किसी भी प्रमोटर से पूछ लें कि क्या मैंने एक भी पैसा लिया है. यह भाजपा द्वारा बनाई जा रही धारणा है क्योंकि वे हमसे राजनीतिक रूप से नहीं लड़ सकते, उनके पास ममता बनर्जी सरकार की कल्याणकारी योजनाएं नहीं हैं. उनके पास कोई संगठन नहीं है, वे एजेंसियों पर निर्भर हैं, लेकिन हम डरे हुए नहीं हैं."