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ED के समन पर आज नहीं पेश होंगी महुआ मोइत्रा, कृष्णानगर के सियासी रण में हैं बिजी

तृणमूल कांग्रेस नेता महुआ मोइत्रा आज ईडी के सामने पेश नहीं हो रही हैं. वो अपने लोकसभा क्षेत्र में प्रचार करने जाएंगी. बुधवार को जांच एजेंसी ने मोइत्रा और दुबई में रहने वाले बिजनेसमेन दर्शन हीरानंदानी को आज यानी गुरुवार को पेश होने के लिए नया समन जारी किया था. 

टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा (फाइल फोटो) टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा (फाइल फोटो)
मुनीष पांडे
  • कोलकाता,
  • 28 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 10:13 AM IST

तृणमूल कांग्रेस (TMC) लीडर महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) आज ईडी के सामने पेश नहीं होंगी. जांच एजेंसी ने उनको विदेशी मुद्रा मामले में समन भेजा था. वो ईडी के सामने हाजिर ना होकर अपने निर्वाचन क्षेत्र कृष्णानगर में चुनाव प्रचार करने जा रही हैं. पूर्व सांसद ने केंद्रीय जांच एजेंसी को अपने फैसले के बारे में बता दिया है और लोकसभा चुनाव पूरा होने तक उन्हें न बुलाने को कहा है. बता दें कि महुआ को केंद्रीय एजेंसी ने पहले भी दो बार पूछताछ के लिए बुलाया था, हालांकि, उन्होंने ऑफिसियल काम का हवाला देते हुए उन दोनो समन को भी इग्नोर कर दिया था.

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बुधवार को जांच एजेंसी ने मोइत्रा और दुबई में रहने वाले बिजनेसमेन दर्शन हीरानंदानी को आज यानी गुरुवार को पेश होने के लिए नया समन जारी किया था. 

रद्द हुई थी संसद सदस्यता

कैश-फॉर-क्वेरी मामले में आरोपों की जांच के बाद दिसंबर में महुआ मोइत्रा को 'अनैतिक आचरण' का आरोपी बताते हुए लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया था. बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे की शिकायत में आरोप लगाया गया कि मोइत्रा ने उद्योगपति गौतम अडानी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित लोगों पर हमला करने के लिए हीरानंदानी से कैश और गिफ्ट के बदले में संसद में सवाल पूछे थे. 

हालांकि, मोइत्रा ने किसी भी गलत काम से इनकार किया है और दावा किया है कि उन्हें निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि उन्होंने अडानी ग्रुप की डील्स के बारे में सवाल उठाए थे.

यह भी पढ़ें: पश्चिम बंगाल: महुआ मोइत्रा के खिलाफ BJP का 'तुरुप का इक्का', TMC को टक्कर देंगी शाही परिवार की राजमाता

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बता दें कि कैश-फॉर-क्वेरी मामले में महुआ मोइत्रा के खिलाफ सीबीआई जांच चल रही है. भ्रष्टाचार विरोधी लोकपाल के आदेश पर शनिवार को सीबीआई ने पश्चिम बंगाल में उनके परिसरों पर छापा मारा था.

लोकपाल ने अपने आदेश में क्या कहा था?

लोकपाल ने अपने आदेश में कहा कि रिकॉर्ड पर मौजूद पूरी जानकारी का सावधानी से मूल्यांकन करने के बाद कोई संदेह नहीं रह जाता है कि महुआ के खिलाफ लगाए गए आरोप, उनके पद को देखते हुए बेहद गंभीर हैं. इस वजह से हमारी राय में सच सामने लाने के लिए सही तरह से जांच जरूरी है.

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