
पश्चिम बंगाल में चर्चा का विषय बनी रहने वाली राजनीतिक हिंसा एक बार फिर चर्चा में है. दरअसल, शुक्रवार को हिंसा की जांच के लिए गठित की गई फैक्ट फाइडिंग कमेटी अपनी विस्तृत रिपोर्ट के साथ जेपी नड्डा से मिली. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि ममता बनर्जी के शासन में पश्चिम बंगाल अब मिनी पाकिस्तान बन गया है.
खासतौर पर भाजपा समर्थकों के साथ राष्ट्र-विरोधी तत्व के रूप में व्यवहार किया जा रहा है. भाजपा की ओर से जारी बंगाल में हुई हिंसा की रिपोर्ट पर इसका खासतौर पर जिक्र है. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पश्चिम बंगाल में कथित चुनाव बाद हिंसा की जांच के लिए चार सदस्यीय फैक्ट फाइडिंग कमेटी का गठन किया था. चार सदस्यीय कमेटी ने शुक्रवार को दिल्ली में बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष को रिपोर्ट सौंपी है.
दरअसल, बीते दिनों बीजेपी ने फैसला किया था कि वह अब राजनीतिक हिंसा की खुद ही जांच करेगी. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हिंसा की जांच के लिए एक कमेटी गठित की है. इस कमेटी में पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं को जगह दी गई है. त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद बिप्लव देव के संयोजन में टीम पश्चिम बंगाल भेजी गई थी. रविशंकर प्रसाद, बृजलाल और कविता पाटीदार भी कमेटी के सदस्य हैं.
दरअसल, पिछले कुछ सालों में पश्चिम बंगाल में जबरदस्त हिंसा देखने को मिली है. पंचायत चुनाव से लेकर लोकसभा चुनाव तक हर छोटे-बड़े चुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और बीजेपी के बीच टकराव की स्थिति रही है. चुनाव के दौरान आए दिन बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की घटनाएं देखने को मिलती हैं. बंगाल में पिछले एक साल के भीतर दर्जनों बीजेपी और टीएमसी वर्कर्स की झड़प में मौतें हुई हैं. बीजेपी इसके लिए ममता सरकार को जिम्मेदार बताती है.