
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस ने अनिक्षा नाम की डिजाइनर पर FIR दर्ज कराई है. आरोप है कि अनिक्षा ने अमृता फडणवीस को 1 करोड़ की रिश्वत देने का ऑफर दिया था. इतना ही नहीं जब अमृता ने ऑफर नहीं स्वीकार किया, तो उन्हें ब्लैकमेल भी किया. अमृता फडणवीस महिला डिजाइनर को लंबे वक्त से जानती हैं. वह कई बार उनके आवास पर भी आ जा चुकी है. पुलिस ने इस मामले में अनिक्षा के भाई अक्षन जयसिंघानी को हिरासत में लिया है.आईए जानते हैं कि आखिर अनिक्षा कौन है और ये पूरा मामला क्या है?
कौन है अनिक्षा?
अनिक्षा सट्टेबाज अनिल जयसिंघानी की बेटी है. अनिल पर महाराष्ट्र, गोवा और असम में सरकारी अधिकारियों को धमकी देने, धोखा देने के पहले से कई केस दर्ज हैं. अनिक्षा लॉ ग्रेजुएट है. वह उल्हासनगर की रहने वाली है. खुद को डिजाइनर बताने वाली अनिक्षा लंबे वक्त से अमृता फडणवीस के संपर्क में है.
क्या है मामला?
अमृता फडणवीस ने अपनी शिकायत में कहा है कि वे अनिक्षा से 2021 में मिली थीं. अनिक्षा ने अमृता को बताया था कि उसकी मां नहीं है. उसने बताया था कि वो डिजाइनर है. उसने अमृता से पब्लिक इवेंट्स में उसके कपड़े और जूलरी पहनने के लिए कहा, ताकि उसका प्रमोशन हो सके. अमृता के मुताबिक, वे अनिक्षा की बात मान गईं. अमृता फडणवीस ने आरोप लगाया है कि अनिक्षा ने अपने पिता के साथ मिलकर उनको धमकी दी और उनके खिलाफ साजिश रची. पुलिस ने अनिक्षा और उसके पिता के खिलाफ IPC की धारा 120-बी (साजिश) और भ्रष्टाचार रोकथाम ऐक्ट 1988 की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है.अमृता ने ये एफआईआर मालाबार हिल स्टेशन में 20 फरवरी को दर्ज कराई थी.
फडणवीस ने विधानसभा में दी मामले की जानकारी
उधर, यह मुद्दा महाराष्ट्र विधानसभा में भी विपक्ष द्वारा उठाया गया. इसका जवाब देवेंद्र फडणवीस ने दिया. देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि उनकी पत्नी को रिश्वत देने और ब्लैकमेल करने की कोशिश के मामले में केस दर्ज कर लिया गया है. इसमें उचित जांच की जाएगी. देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि डिजाइनर ने अमृता को धमकी दी थी कि अगर उसके फरार पिता के खिलाफ मामले वापस नहीं लिए गए तो वह उन्हें परेशानी में डाल सकती है.
देवेंद्र फडणवीस ने बताया बताया कि अनिक्षा डेढ़ साल से उनकी पत्नी से संपर्क में थी और घर पर आती जाती थी. अनिक्षा के पिता पर 14-15 केस दर्ज हैं और फरार है. जबकि अनिक्षा पढ़ी लिखी है. वह शुरुआत में 2015-16 में भी अमृता से मिली थी. इसके बाद उसने अमृता का विश्वास जीता.
फडणवीस के मुताबिक, ''2021 में उसने फिर अमृता से संपर्क किया और अपने डिजाइन किए हुए कपड़े पहनने के लिए कहा. उसने अपने पिता के बारे में भी अमृता को जानकारी दी. उसने दावा किया कि उसके पिता को फर्जी केसों में फंसाया गया है. उसने इस मामले में अमृता से मदद मांगी. अमृता ने उससे कहा कि उसे इस मामले में ज्ञापन देना चाहिए, जो मेरे पास आएगा.''
डिप्टी सीएम ने बताया, ''सरकार बदलने के बाद डिजाइनर ने सटोरियों के साथ अपने संपर्कों के बारे में अमृता को बताया. उसने अमृता से कहा कि वह सटोरियों की जानकारी उन्हें देगी, इसके बाद अधिकारी छापे मारेंगे और उसे दोनों पक्षों से पैसे मिलेंगे. इतना ही नहीं डिजाइनर ने संकेत दिए कि उसके पिता के खिलाफ दर्ज केस वापस नहीं लिए गए, तो वह मुझे फंसा देगी.''
अमृता को 1 करोड़ की रिश्वत की पेशकश की गई- फडणवीस
फडणवीस ने कहा कि महिला ने अपने संपर्कों का दावा करने के लिए कई पुलिस अधिकारियों और राजनेताओं के नाम बताए. उसने बताया कि पिछले पुलिस कमिश्नर के कार्यकाल के दौरान मामलों को हटाने का प्रयास किया गया था. महिला ने दावा किया कि अगर उसके पिता पर दर्ज केस वापस लिए जाते हैं, तो वह अमृता और उनके पिता फडणवीस के पक्ष में बोलेगी. अनिक्षा ने अमृता को केस वापस लेने के बदले 1 करोड़ रुपए की रिश्वत देने का भी दावा किया.
फडणवीस ने कहा कि पिछली सरकार के दौरान उसनेउन्हें फंसाने की कोशिश की बात कही थी. शुक्र है, कुछ नहीं हुआ. फडणवीस ने कहा कि अमृता द्वारा अनिक्षा का नंबर ब्लॉक करने के बाद डिजाइनर ने उन्हें अज्ञात नंबरों से कुछ ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग के साथ उनकी पत्नी को ब्लैकमेल करने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि रिकॉर्डिंग के फॉरेंसिक ऑडिट से साबित हुआ है कि वे झूठे हैं.
एक वीडियो क्लिप में डिजाइनर मेरे घर पर हाउस हेल्प को पैसों से भरा बैग सौंपते हुए दिखाया गया. जबकि फॉरेंसिक ऑडिट में साफ हुआ है कि बैग एक फ्रेम में है. जबकि हाउस हेल्प को सौंपा गया बैग अलग है.