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खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह की सेल में ऐसा क्या मिला कि जेल अधीक्षक की हो गई गिरफ्तारी?

खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह (Khalistani supporter Amritpal Singh) इस समय असम की डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में कैद है. जेल में चेकिंग के दौरान अमृतपाल सिंह की सेल में आपत्तिजनक सामग्री मिली है. इसके बाद जेल अधीक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया है. फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच-पड़ताल में जुटी है.

अमृतपाल सिंह की जेल का अधीक्षक गिरफ्तार. (File) अमृतपाल सिंह की जेल का अधीक्षक गिरफ्तार. (File)
aajtak.in
  • असम,
  • 08 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 2:55 PM IST

असम की डिब्रूगढ़ (Dibrugarh of Assam) पुलिस ने 'वारिस पंजाब दे' संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) और उसके साथियों की सेल में चेकिंग की. इस दौरान जेल में आपत्तिजनक सामग्री (objectionable material) मिली. इस मामले में डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल के अधीक्षक (Superintendent of Dibrugarh Central Jail) निपेन दास को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

गिरफ्तारी की खबर की पुष्टि करते हुए डिब्रूगढ़ जिला अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (क्राइम) सिजल अग्रवाल ने कहा कि डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल के अधीक्षक निपेन दास को गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की धारा 13 (1) बी और असम जेल अधिनियम की धारा 75 के तहत गिरफ्तार किया गया है.

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बता दें कि बीते 17 फरवरी को डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में बंद 'वारिस पंजाब दे' के प्रमुख अमृतपाल सिंह के पास से मोबाइल, स्पाई कैमरा आदि सामग्री मिली थी. वहीं पुलिस ने इस संदर्भ में डिब्रूगढ़ थाने में मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू की थी.

यह भी पढ़ें: Punjab: हेरोइन बरामदगी के मामले में NIA का एक्शन... 1.34 करोड़ रुपये जब्त, अमृतपाल सिंह से है कनेक्शन

डिब्रूगढ़ पुलिस ने घटना के संबंध में दर्ज केस को लेकर गुरुवार रात केंद्रीय जेल अधीक्षक निपेन दास को गिरफ्तार कर लिया. डिब्रूगढ़ जेल में राष्ट्रदोह के आरोप में अमृतपाल सिंह, दलजीत सिंह कलसी, पपलप्रीत सिंह, कुलवंत सिंह धालीवाल, वरिंदर सिंह जोहल, गुरुमीत सिंह, बुक्कनवाला, हरजीत सिंह, भगवंत सिंह, बसंत सिंह और गुरिंदरपाल सिंह औजला कैद हैं.

अमृतपाल और समर्थकों ने पुलिस थाने पर कर दिया था हमला

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दरअसल, बीते साल, 23 फरवरी 2023 को अमृतपाल और उसके संगठन 'वारिस पंजाब दे' से जुड़े लोगों ने अजनाला पुलिस थाने पर हमला कर दिया था. अमृतपाल और उसके समर्थकों के हाथ में तलवार, लाठी-डंडे थे. ये पूरा बवाल आठ घंटे तक चला था. ये बवाल अमृतपाल के समर्थक लवप्रीत तूफान की रिहाई की मांग को लेकर हुआ था.

लवप्रीत तूफान को पुलिस ने बरिंदर सिंह नाम के शख्स को अगवा और मारपीट करने के आरोप में हिरासत में लिया था. हालांकि, बवाल के बाद पुलिस ने उसे छोड़ दिया था. 23 फरवरी की इसी घटना के मामले में पुलिस ने केस दर्ज किया था. इसी मामले में अमृतपाल को पुलिस पकड़ने गई थी. अमृतपाल पर पुलिस ने एनएसए लगा दिया था.

रिपोर्टः पूर्ण बिकाश बोरा

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