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Droupadi Murmu: पति की मौत और 2 बेटों को भी खोया, टीचर बनीं, फिर सिंचाई विभाग में क्लर्क की नौकरी की

Who is Droupadi Murmu: टीचर फिर ओडिशा के सिंचाई विभाग में क्लर्क की नौकरी करने वाली द्रौपदी मुर्मू की जिंदगी में एक बार नहीं, बल्कि तीन बार दुखों का पहाड़ टूटा. उनके पति और दो बेटों की असामयिक मृत्युु हो गई. द्रौपदी के परिवार में अब उनकी बेटी इति, नातिन और दामाद हैं.

द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. (फाइल फोटो) द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 21 जून 2022,
  • अपडेटेड 11:54 PM IST
  • झारखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं द्रौपदी मुर्मू
  • ओडिशा सरकार में निभा चुकी हैं मंत्री की भूमिका

द्रौपदी मुर्मू को भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की तरफ से इस बार होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया गया है. मुर्मू का नाम पहली बार सामने नहीं आया है, बल्कि साल 2017 के राष्ट्रपति चुनाव में भी झारखंड की तत्कालीन राज्यपाल यानी कि द्रौपदी मुर्मू के नाम की चर्चा जोरों पर थी. लेकिन उस दौरान रामनाथ कोविंद के नाम पर मुहर लगी और उन्हें ही राष्ट्रपति चुना गया.

अब बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक में करीब 20 नामों पर चर्चा के बाद द्रौपदी मुर्मू के नाम पर रायशुमारी बन गई. ऐसे में अगर चुनाव में सफलता मिली तो किसी समय एक क्लर्क के पद पर काम कर चुकीं आदिवासी महिला मुर्मू पहली बार रायसीना हिल की सीढ़ियां चढ़ेंगी.

जानिए द्रौपदी मुर्मू के बारे में खास बातें... 

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- द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 जून 1958 को ओडिशा के मयूरभंज जिले के बैदापोसी गांव में हुआ था. उनके पिता का नाम बिरंची नारायण टुडू है. वह आदिवासी संथाल परिवार से ताल्लुक रखती हैं. 

- द्रौपदी मुर्मू का विवाह श्याम चरण मुर्मू से हुआ था. दंपति के दो बेटे और एक बेटी हुई. लेकिन शादी के कुछ समय बाद ही उन्होंने पति और अपने दोनों बेटों को खो दिया.  

- मुर्मू ने एक टीचर के रूप में अपने करियर की शुरुआत की और फिर उन्होंने ओडिशा के सिंचाई विभाग में एक कनिष्ठ सहायक यानी क्लर्क के पद पर भी नौकरी की. 

- मां ने नौकरी से मिलने वाले वेतन से घर खर्च चलाया और बेटी इति मुर्मू को पढ़ाया-लिखाया. बेटी ने भी कॉलेज की पढ़ाई के बाद एक बैंक में नौकरी हासिल कर ली. इति मुर्मू इन दिनों रांची में रहती हैं और उनकी शादी झारखंड के गणेश से हो चुकी है. दोनों की एक बेटी आद्याश्री है. 

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- द्रौपदी मुर्मू ने साल 1997 में रायरंगपुर नगर पंचायत के पार्षद चुनाव में जीत दर्ज कर अपने राजनीतिक जीवन का आगाज किया था. 

- उन्होंने भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के उपाध्यक्ष के रूप में कार्य किया. साथ ही वह भाजपा की आदिवासी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य भी रहीं. 

- द्रौपदी मुर्मू ओडिशा के मयूरभंज जिले की रायरंगपुर सीट से 2000 और 2009 में बीजेपी के टिकट पर दो बार विधायक बनीं. 

- ओडिशा में नवीन पटनायक के बीजू जनता दल और भाजपा गठबंधन की सरकार में द्रौपदी मुर्मू को 2000 और 2004 के बीच वाणिज्य, परिवहन और बाद में मत्स्य और पशु संसाधन विभाग में मंत्री बनाया गया. 

- द्रौपदी मुर्मू मई 2015 में झारखंड की 9वीं राज्यपाल बनाई गई थीं. उन्होंने सैयद अहमद की जगह ली थी. झारखंड हाईकोर्ट के तत्कालीन चीफ जस्टिस चीफ जस्टिस वीरेंद्र सिंह ने द्रौपदी मुर्मू को राज्यपाल पर की शपथ दिलाई थी. 

- झारखंड की पहली महिला राज्यपाल बनने का खिताब भी द्रौपदी मुर्मू के नाम रहा. साथ ही वह किसी भी भारतीय राज्य की राज्यपाल बनने वाली पहली आदिवासी हैं. 

- अगर द्रौपदी मुर्मू देश की राष्ट्रपति बनती हैं, तो वह ओडिशा से देश की राष्ट्रपति बनने वाली दूसरी शख्स होंगी. पता हो कि द्रौपदी मुर्मू से पहले ओडिशा से वीवी गिरी देश के राष्ट्रपति रह चुके हैं. 

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- बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान 18 जुलाई को होगा और मतगणना 21 जुलाई को होगी. मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो रहा है. 

 

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