
लोकसभा स्पीकर को लेकर सत्तारूढ़ बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए और विपक्ष के बीच आम सहमति नहीं बन पाई है. दोनों अलायंस के उम्मीदवारों ने नॉमिनेशन कर दिया है. NDA से बीजेपी सांसद ओम बिरला और INDIA ब्लॉक से कांग्रेस सांसद के सुरेश ने मंगलवार को लोकसभा महासचिव के दफ्तर में नामांकन पत्र जमा किया है. अब बुधवार सुबह 11 बजे वोटिंग होगी. उसके बाद नतीजे आएंगे. हालांकि, एनडीए के पास पूर्ण बहुमत है और किसी तरह का संकट नहीं दिख रहा है. आइए जानते हैं कौन हैं विपक्ष के उम्मीदवार कोडिकुन्निल सुरेश के बारे में...
आजादी के बाद देश में तीसरी बार लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होने जा रहा है. इंडिया ब्लॉक ने सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) पर डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को देने की परंपरा का पालन नहीं करने का आरोप लगाया है. इससे पहले कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल और डीएमके नेता टीआर बालू ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कार्यालय में मीटिंग की. उसके बाद विपक्ष ने डिप्टी स्पीकर पद की पेशकश के बिना एनडीए उम्मीदवार ओम बिरला का समर्थन करने से इनकार कर दिया.
मनमोहन सरकार में राज्य मंत्री रहे हैं के सुरेश
विपक्ष ने मंगलवार को के सुरेश के समर्थन में नामांकन के तीन सेट दाखिल किए हैं. के सुरेश दलित नेता हैं और आठ बार के सांसद हैं. वे केरल की मावेलिक्कारा लोकसभा सीट से चुनाव जीत रहे हैं. साल 1989 में वे पहली बार चुनाव जीते थे. के सुरेश को 2009 में मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में केंद्रीय श्रम और रोजगार राज्य मंत्री बनाया गया था. वे 2012 से 2014 तक राज्य मंत्री रहे. साल 2018 में संगठन की जिम्मेदारी दी गई और केरल कांग्रेस कमेटी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया.
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दो बार चुनाव हार चुके हैं के सुरेश
के सुरेश ने अब तक चार बार मावेलिक्कारा सीट से चुनाव जीता है. मावेलिक्कारा सीट से वे पहली बार 2009 में चुनाव जीते थे. इससे पहले उन्होंने चार बार अदूर सीट का भी प्रतिनिधित्व किया है. वे अब तक सिर्फ दो बार चुनाव हारे हैं. 1998 और 2004 में जीत हासिल नहीं हुई थी.
2021 में वे केरल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में सबसे आगे थे. फिलहाल, के. सुरेश कांग्रेस कार्य समिति ( CWC ) के विशेष आमंत्रित सदस्य हैं. कांग्रेस में CWC ही पार्टी के सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था मानी जाती है. वे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के सचिव भी रह चुके हैं.
10 हजार वोटों से चुनाव जीते हैं के सुरेश
हाल ही में आम चुनाव में के सुरेश ने सीपीआई के युवा नेता अरुण कुमार को 10868 हजार वोटों से हराया है. हालांकि, केरल में उनकी जीत का यह सबसे कम अंतर था. मावेलिक्कारा लोकसभा में सात विधानसभा क्षेत्र आते हैं. इन सभी सीटों पर सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाले वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के पास का कब्जा है. के सुरेश ने लोकसभा चुनाव में 1.5 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की थी.
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स्पीकर को लेकर कल वोटिंग
फिलहाल, अब लोकसभा अध्यक्ष को लेकर चुनाव होगा. 72 साल बाद लोकसभा स्पीकर को लेकर चुनाव होने जा रहा है. बुधवार सुबह 11 बजे मतदान होगा. उसके बाद नतीजा आएगा. अब तक स्पीकर को लेकर आम सहमति बनती रही है. विपक्षी दल से जुड़ा नेता डिप्टी स्पीकर चुना जाता रहा है.
ओम बिरला ने भी किया नामांकन
के सुरेश का मुकाबला एनडीए उम्मीदवार ओम बिरला से होगा. बिरला तीसरी बार राजस्थान की कोटा जीत से चुनाव जीतकर आए हैं. बिरला 17वीं लोकसभा के लिए भी स्पीकर चुने गए थे. बीजेपी ने दूसरी बार बिरला को स्पीकर के लिए चुना है. मंगलवार को एनडीए तमाम नेताओं के साथ राजनाथ सिंह, अमित शाह और जेपी नड्डा लोकसभा सेक्रेटरी जनरल रूम में पहुंचे और बिरला का नॉमिनेशन करवाया. सत्ता पक्ष के पास पूर्ण बहुमत है. एनडीए के पास 292 सांसदों का समर्थन है.