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UP: विधवा महिला प्रेमी के संग लौटी गांव तो लोगों ने खंभे से बांधकर की पिटाई

यूपी के महाराजगंज में प्रेमी के साथ गांव लौटने पर विधवा महिला और युवक को खंभे से बांधकर उनकी पिटाई कर दी गई. महिला के पति की 10 साल पहले ही मौत हो चुकी थी और वो कुछ सालों से एक युवक के साथ रह रही थी. बताया जा रहा है कि उसके गांव लौटने पर ससुरालवालों ने उसे बुरी तरह पीटा. पुलिस ने इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है.

यूपी के महाराजगंज में विधवा महिला और प्रेमी की पिटाई यूपी के महाराजगंज में विधवा महिला और प्रेमी की पिटाई
अमितेश त्रिपाठी
  • महाराजगंज,
  • 20 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 4:04 PM IST

यूपी के महाराजगंज में एक महिला और उसके प्रेमी को खंभे से बांध कर पीटे जाने का मामला सामने आया है. पुलिस ने बुधवार को बताया कि महिला और उसके प्रेमी को एक खंभे से बांध दिया गया जिसके बाद कुछ लोगों ने उन्हें बुरी तरह पीटा है.

उन्होंने बताया कि यह घटना मंगलवार को उस वक्त हुई जब महिला कथित तौर पर जिस प्रेमी के साथ भागी थी उसके साथ गांव वापस आ गई. घटना फरेंद्र पुलिस थाना क्षेत्र के भारीवैसी गांव की है.

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गुस्साए ग्रामीणों ने कैंपियरगंज-मोदीगंज रोड के पास दोनों को खंभे से बांधकर पीटा, जबकि पीड़ित उन्हें छोड़ने की गुहार लगा रहे थे. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई.

बता दें कि महिला अपने प्रेमी के साथ कुछ वर्षों से रह रही थी. महिला के पति की 10 साल पहले मौत हो गई थी. उसे प्रेमी के साथ देखने पर गांव के कुछ लोगों द्वारा आपत्ति जताई गई. 

पुलिस ने कहा कि महिला विधवा है और पांच बच्चों की मां है. कथित तौर पर एक व्यक्ति के साथ उसका प्रेम संबंध था, जिसके कारण ग्रामीण उनसे नाराज थे. क्षेत्राधिकारी फरेंदा अनुज कुमार सिंह ने बताया कि अवैध संबंध के शक में महिला को उसके ससुराल वालों ने ही पीटा था. पुलिस ने बताया कि मारपीट का मामला दर्ज कर लिया गया है और एक आरोपी को गिरफ्तार भी किया गया है.

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अभी एक हफ्ते पहले ही यूपी के महराजगंज जिले में एक नाबालिग लड़की से रेप की वारदात भी हुई थी. आरोपी ने रेप का वीडियो बनाकर उसे अपने दोस्त को शेयर कर दिया था. वीडियो के जरिए दोस्त भी पीड़िता को ब्लैकमेल करने लगा. जिससे आहत होकर लड़की ने जहरीला पदार्थ खा लिया. इलाज के दौरान किसी तरह डॉक्टरों ने उसकी जान बचाई. 

घटना के बाद पीड़िता के परिजनों ने थाने में एफआईआर दर्ज कराई. लेकिन उनका आरोप है कि शुरू में पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया. जब मजिस्ट्रेट के सामने पीड़िता ने बयान दिया तब पुलिस हरकत में आई और आरोपियों पर कार्रवाई शुरू की.


 

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