
प्रकृति ने इस दुनिया में सभी जीव-जन्तुओं के रहने के लिए जगह बनाई. उनके खाने-जीवित रहने के लिए काफी मात्रा में चीजें उपलब्ध कराईं. लेकिन विकास की दौड़ में जैसे-जैसे जंगल खत्म होते जा रहे हैं, पशुओं और इंसानों के बीच साथ रहने का संतुलन बिगड़ता जा रहा है. इसकी मिसाल है तमिलनाडु और केरल से एक साथ दो घटनाओं का सामने आना.
केरल के वायनाड में एक हाथी ने एक महिला टूरिस्ट की जान ले ली. वहीं, तमिलनाडु के तिरुनेलवेली से एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जिसमें एक हाथी के अगले दोनों पैरों को लोहे की जंजीर से बंधे देखा जा सकता है. इस हाथी को कूद-कूद कर और लंगड़ा कर चलना पड़ रहा है.
ये दोनों ही घटनाएं बहुत कुछ कहती हैं. एक तरफ हाथी के गुस्से का शिकार एक महिला बनी. वहीं दूसरी तरफ हाथी को काबू में रखने के लिए उसके साथ अमानवीय बर्ताव किया जा रहा है.
अभी कुछ दिन पहले ही तमिलनाडु से एक ऐसा वीडियो भी सामने आया था जिसमें जलता हुआ टायर हाथी को भगाने के लिए फेंका गया. ये टायर हाथी के कान पर अटक गया और उसकी मौत हो गई.
केरल में हाथी ने ली महिला टूरिस्ट की जान
आइए पहले केरल की घटना पर नजर डाली जाए. केरल के वायनाड के मेप्पाडी क्षेत्र में शनिवार रात को एक टेंट कैंप में गुस्साए हाथी ने एक महिला की जान ले ली. ये महिला कन्नूर की रहने वाली थी और इसकी पहचान 26 साल की शहाना के तौर पर हुई है.
शहाना अपने कुछ रिश्तेदारों के साथ वायनाड के एक रिजॉर्ट में घूमने के लिए आई थीं. वहां उन्होंने टेंट में नाइट स्टे करने का फैसला लिया. ये रिजॉर्ट जंगल के पास बना हुआ है.
शनिवार रात को शहाना डिनर के बाद टेंट में लौट रही थी, तभी एक जंगली हाथी ने हमला बोल दिया. हाथी ने शहाना को पटक कर रौंद डाला. शहाना को अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका. जिला प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं.
जंजीर से बंधा गजराज
अब तमिलनाडु के तिरुनेलवेली जिले में जंजीर से बंधे हाथी के कष्ट का जिक्र करते हैं. वीडियो में जिस हाथी के पैरों को जंजीर से बंधे देखा जा सकता है उसका नाम ‘माखना मोहन’ है. वीडियो में इस हाथी के पास से कई महावतों और अन्य लोगों को गुजरते देखा जा सकता है, लेकिन कोई भी इसके कष्ट की ओर ध्यान नहीं दे रहा. कोई भी उसे जंजीर से आजाद करने की कोशिश नहीं कर रहा.
एशियाई हाथी का वजन करीब 4.5 टन होता है. इतना भारी-भरकम होने की वजह से हाथी के चलने का एक खास पैटर्न होता है जिससे उसका संतुलन बना रहे. विशेषज्ञों का कहना है कि हाथी के इस तरह अगले दोनों पैर जंजीर से बांधने से उसके आंतरिक अंगों पर बहुत दबाव बढ़ा होगा. विशेषज्ञ हैरानी जता रहे हैं कि कोई महावत कैसे हाथी के साथ इस तरह के अमानवीय बर्ताव की इजाजत दे सकता है. इस घटना की सूचना प्रिंसिपल चीन कंसर्वेटर ऑफ फॉरेस्ट्स को दी गई है.
हाथी पर फेंका गया जलता टायर
हाल ही में तमिलनाडु के ही मसीनागुडी से एक ऐसा वीडियो सामने आया था जिसमें 40 साल के एक हाथी पर कुछ लोगों की ओर से जलता हुआ टायर फेंकते देखा जा सकता था. जलता टायर हाथी के कान पर अटक गया. उस हाथी की 19 जनवरी को मौत हो गई थी. हाथी के साथ इस तरह के अमानवीय बर्ताव पर लोगों ने जमकर नाराजगी जताई थी.