
भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष और पहलवानों के यौन उत्पीडन के आरोपी बृजभूषण शरण सिंह की मुश्किलें फिलहाल कम नहीं हुई हैं. लेकिन, पॉक्सो के मामले में बचने की चर्चाएं तेज हो गई हैं. दिल्ली में पहलवान महीनेभर से मोर्चा खोले हैं. प्रदर्शन करने वालीं महिला पहलवानों के बाद अब नाबालिग लड़की के मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज हुए हैं और संबंधित विशेष जज के पास भेज दिए गए हैं.
सूत्रों के मुताबिक, कुश्ती की नाबालिग पहलवान का बयान पटियाला हाउस कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने रिकॉर्ड किया गया है, उसके बाद सीलबंद लिफाफे में राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई कर रही संबंधित कोर्ट को भेजा जा गया है. चूंकि मामला बाल यौन शोषण निरोधक अधिनियम यानी पॉक्सो से जुड़ा है, लिहाजा ऐसे मामले में कोर्ट की सुनवाई अनिवार्यत: बंद कमरे में कैमरा के सामने होती है, इसलिए बयान में क्या कहा गया है इसके बारे में निश्चित तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता है.
'पटियाला हाउस कोर्ट में शिकायत वापस ली?'
हरियाणा के मूल निवासी पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ के निवर्तमान अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर सेक्सुअल हैरेसमेंट के आरोप लगाए गए हैं. सात शिकायतकर्ताओं में एक नाबालिग पहलवान ने POCSO में शिकायत की थी. अब कहा जा रहा है कि 2 जून को नाबालिग महिला पहलवान ने पटियाला हाउस कोर्ट में अपनी शिकायत वापस ले ली है. कोर्ट में बयान के वक्त नाबालिग पहलवान के साथ उसके पिता और दादा दोनों मौजूद थे.
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'कनॉट प्लेस थाने में भी बयान दर्ज कराए'
नाबालिग महिला पहलवान ने कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में शिकायत वापस लेने के लिए अपने पिता और दादा के साथ बयान दर्ज कराए थे, उसके बाद कोर्ट में मार्जिस्टेट के सामने अपने बयान दर्ज कराकर अपनी शिकायत वापस ली. सूत्रों की मानें तो नाबालिग महिला पहलवान ने कोर्ट में कहा कि उनके साथ भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कभी sexual harassment नहीं किया है. फिलहाल, सूत्रों की जानकारी की पुष्टि कोर्ट में मामले की सुनवाई और आदेश के बाद ही हो सकेगी.
'सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई... फिर बृजभूषण पर एफआईआर'
बताते चलें कि महिला पहलवानों की शिकायत के बाद कुश्ती महासंघ अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में दो एफआईआर दर्ज की गई हैं, इनमें एक पोक्सो एक्ट के तहत दर्ज है. 21 अप्रैल को एक नाबालिग समेत सात महिला रेसलर ने यौन शोषण की शिकायत की थी. 25 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने महिला पहलवानों की अपील सुनकर इसे गंभीर मामला बताया और दो दिन में दिल्ली पुलिस को जवाब देने के लिए कहा था. तब जाकर 28 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट में दिल्ली पुलिस ने कहा कि हम बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ FIR दर्ज करेंगे.
'न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है'
अदालत ने ये भी आदेश दिया था कि नाबालिग महिला पहलवान को सुरक्षा दी जाए. मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस पी एस नरसिम्हा की पीठ ने सुनवाई की थी. वहीं, बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह ने कहा था कि मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है. मैं पूरे तरीके से मजे में हूं, दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा. दिल्ली पुलिस अपनी जांच करे, पूरा भरोसा है. सब सच सामने आ जाएगा. मैं किसी से बात नहीं करूंगा.