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तो अक्टूबर तक पद पर बने रहेंगे डीके शिवकुमार? स्थानीय चुनाव तक नेतृत्व बदलाव के मूड में नहीं कांग्रेस

कुछ मंत्रियों ने दो महीने पहले केपीसीसी अध्यक्ष को बदलने की बात खुलकर कही थी और पार्टी हाईकमान के समक्ष यह मांग भी उठाई थी. उस दौरान शिवकुमार ने वरिष्ठ नेताओं को भरोसा दिलाया था कि वे टीपी और जेडपी चुनाव तक केपीसीसी अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे.

कर्नाटक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और राज्य के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार (File photo) कर्नाटक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और राज्य के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार (File photo)
सगाय राज
  • बेंगलुरु,
  • 17 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 10:12 PM IST

कर्नाटक में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर अक्टूबर तक कोई बदलाव होने के संभावना नहीं है. राज्य में तालुक पंचायत (टीपी) और जिला पंचायत (जेडपी) चुनाव समेत स्थानीय चुनाव संपन्न होने तक कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) अध्यक्ष को नहीं बदला जाएगा. 

शनिवार को केपीसीसी पदाधिकारियों की बैठक में केपीसीसी अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा, "अगले एक महीने में 100 कांग्रेस कार्यालय स्थापित किए जाएंगे.उसके बाद, मैं अपनी जिम्मेदारियों से मुक्त हो जाऊंगा और कोई भी व्यक्ति पदभार संभाल सकता है," इस बयान ने राजनीतिक चर्चाओं को जन्म दे दिया. ऐसी अटकलें लगने लगी कि शिवकुमार एक महीने के भीतर केपीसीसी अध्यक्ष पद से हट सकते हैं.

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लगातार हो रही है शिवकुमार को बदलने की बात

हालांकि, शिवकुमार के करीबी सूत्रों ने स्पष्ट किया है कि स्थानीय निकाय चुनाव संपन्न होने तक ऐसी कोई चर्चा नहीं है और अक्टूबर तक नेतृत्व परिवर्तन की कोई संभावना नहीं है. कुछ मंत्रियों ने दो महीने पहले केपीसीसी अध्यक्ष को बदलने की बात खुलकर कही थी और पार्टी हाईकमान के समक्ष यह मांग भी उठाई थी. उस दौरान शिवकुमार ने वरिष्ठ नेताओं को भरोसा दिलाया था कि वे टीपी और जेडपी चुनाव तक केपीसीसी अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे.

यह भी पढ़ें: 'किसने कहा कि आरक्षण सिर्फ मुसलमानों के लिए है', 4% टेंडर कोटा विवाद पर डीके शिवकुमार की सफाई

स्थानीय चुनाव तक बदलाव नहीं!

बताया जाता है कि हाईकमान को इस फैसले पर कोई आपत्ति नहीं है. इस बीच, सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को जिला और तालुक पंचायत चुनाव कराने का निर्देश दिया है, लेकिन सरकार इसमें देरी के कारणों की तलाश कर रही है.

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चूंकि गर्मियों के दौरान चुनाव कराने से पार्टी पर नकारात्मक असर पड़ सकता है, इसलिए चुनाव गर्मी के मौसम के बाद कराने पर विचार किया जा रहा है. सूत्रों से पता चला है कि केपीसीसी अध्यक्ष को बदलने के बारे में तत्काल कोई चर्चा नहीं हो रही है.

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