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दुनियाभर में प्रदूषण जी का जंजाल बना हुआ है. प्रदूषण को लेकर समय-समय पर कई तरह की रिपोर्ट जारी भी होती रही हैं. स्विट्जरलैंड की फर्म आईक्यू एयर (IQAir) ने वर्ल्ड एयर क्वालिटी नाम से एक रिपोर्ट मंगलवार को जारी की. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत के लगभग 60 फीसदी शहरों में प्रदूषण की स्थिति बद से बदतर हो गई है.
रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत की वायु गुणवत्ता विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के निर्धारित मानकों से सात गुना अधिक खराब है. 2022 में दिल्ली दुनिया का दूसरा सबसे अधिक प्रदूषित शहर रहा. लेकिन राजस्थान का भिवाड़ी शहर भारत में सर्वाधिक प्रदूषित शहर बताया गया है. भिवाड़ी में पीएम 2.5 का लेवल 92.7 माइक्रोग्राम है, जो डब्ल्यूएचओ के मानकों से लगभग सात गुना अधिक खराब है. पाकिस्तान का लाहौर 2022 में दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर रहा.
वहीं, भारत के अन्य प्रदूषित शहरों की सूची में पटना, गाजियाबाद, छपरा, मुजफ्फरनगर, ग्रेटर नोएडा, बहादुरगढ़ और फरीदाबाद भी शामिल हैं.
भारत दुनिया का आठवां सबसे प्रदूषित देश
2022 में दुनिया के शीर्ष पांच सर्वाधिक प्रदूषित देशों की सूची में चाड पहले स्थान पर है. इसके बाद इराक पाकिस्तान, बहरीन और बांग्लादेश का नंबर है. भारत सर्वाधिक प्रदूषित देशों की इस सूची में 131 देशों में से आठवें स्थान पर है.
साल 2022 में भारत को दुनिया का आठवां सबसे अधिक प्रदूषित देश बताया गया है जबकि 2021 में भारत पांचवें पायदान पर था. रैंकिंग स्विस फर्म आईक्यूएयर की इस वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट में रैंकिंग का आधार पीएम 2.5 के स्तर को बनाया गया है.
इस रिपोर्ट में सबसे अधिक प्रदूषित शहरों की सूची में भारत के शहर अधिक हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि मध्य और दक्षिण एशियाई देशों में भारत और पाकिस्तान की वायु गुणवत्ता सबसे अधिक खराब है. इन दोनों देशों की लगभग 60 फीसदी आबादी ऐसे इलाकों में रहती हैं, जहां पीएम 2.5 का लेवल डब्ल्यूएचओ के मानकों से सात गुना अधिक खराब है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनियाभर में 10 में से एक शख्स ऐसे इलाकों में रह रहा है, जहां वायु प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए घातक बना हुआ है. वहीं, गुआम दुनिया के सबसे साफ आबोहवा वाले देशों में शीर्ष पर है.