
भारतीय कुश्ती फेडरेशन के खिलाफ दिग्गज खिलाड़ी जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे हुए हैं. इन पहलवानों में ओलंपियन बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और सरिता मोर समेत कई खिलाड़ी शामिल हैं. इन खिलाड़ियों के ट्वीट के आधार पर कहा जा सकता है कि ये कुश्ती फेडरेशन के प्रधान ब्रजभूषण शरण के खिलाफ धरने पर बैठे हैं. जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे खिलाड़ियों से मिलने के लिए भारतीय कुश्ती फेडरेशन के पदाधिकारी पहुंच रहे हैं.
आजतक से बात करते हुए बजरंग पुनिया ने कहा कि जब तक इंसाफ नहीं मिल जाता है, हम लोग यहां से नहीं हटेंगे. जब उनसे पूछा गया कि उन्हें समस्या किससे है तो उन्होंने कहा कि फेडरेशन हमारे लिए समस्याएं खड़ी करता है. हालांकि उन्होंने इसके बारे में कुछ नहीं बताया. पुनिया ने कहा कि हम इसके बारे में आज शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे, उसमें जानकारी देंगे. हालांकि इस दौरान उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि ये पूरी लड़ाई फेडरेशन को लेकर ही है.
वहीं विनेश फोगाट ने कहा कि हमारी मजबूरी है कि हमें यहां आकर धरना देना पड़ रहा है. हम लोगों ने आपस में बातचीत की थी, उसके बाद ही इसको लेकर फैसला लिया, ये प्लान तब बना, जब हम इससे दुखी हो गए. जितने भी रेसलर हैं, सभी को दिक्कत हो रही है. इन समस्याओं को फेडरेशन को भी बताया गया है, लेकिन इन समस्याओं का समाधान नहीं किया. इन्हें क्या-क्या समस्याएं हैं, ये शाम चार बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में ही बताएंगे.
बजरंग पूनिया ने किया ट्वीट
सभी खिलाड़ी अपने ट्वीट में बॉयकॉट WFI प्रेसिडेंट का ट्रेंड चला रहे हैं. इसके अलावा वो पीएमओ इंडिया, पीएम मोदी और अमित शाह को टैग कर रहे हैं. बजरंग पुनिया ने ट्वीट कर लिखा, "खिलाड़ी पूरी मेहनत करके देश को मेडल दिलाता है, लेकिन फेडरेशन ने हमें नीचा दिखाने के अलावा कुछ नहीं किया. मनचाहे कायदे कानून लगाकर खिलाड़ियों को प्रताड़ित किया जा रहा है."
फेडरेशन का काम खिलाड़ियों का साथ देना, उनकी खेल की जरूरतों का ध्यान रखना होता है. कोई समस्या हो तो उसका निदान करना होता है, लेकिन अगर फेडरेशन ही समस्या खड़ी करे तो क्या किया जाए? अब लड़ना पड़ेगा, हम पीछे नहीं हटेंगे.
सरिता मोर और विनेश फोगाट ने किया ट्वीट
अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित महिला पहलवान सरिता मोर ने ट्वीट कर कहा कि खिलाड़ी आत्मसम्मान चाहता है और पूरी शिद्दत के साथ ओलंपिक और बड़े खेलों के लिए तैयारी करता है, लेकिन अगर फेडरेशन उसका साथ ना दे तो मनोबल टूट जाता है, लेकिन अब हम नहीं झुकेंगे. अपने अधिकारों के लिए लड़ेंगे.