
भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ देश के पहलवान जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं. पहलवानों ने WFI अध्यक्ष और कुछ कोच पर महिला रेसलर्स का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है. धरना देने वाले पहलवानों में बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, अंशु मलिक, विनेश फोगाट, सरिता मोर और सुमित मलिक जैसे बड़े नाम शामिल हैं, जिन्होंने ओलंपिक से लेकर कॉमनवेल्थ गेम्स तक कुश्ती की कई प्रतियोगिताओं में देश का गौरव बढ़ाया है.
यूपी के गोंडा जिले से आने वाले बृजभूषण शरण सिंह भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष हैं. वह कैसरगंज लोकसभा सीट से सांसद हैं. बृजभूषण सिंह को सिर्फ राजनीति का माहिर खिलाड़ी ही नहीं माना जाता, बल्कि कुश्ती पहलवानी भी उनका शौक रहा है. बृजभूषण सिंह 2011 से भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बने हुए हैं. साल 2019 में तो उन्हें निर्विरोध अध्यक्ष चुन लिया गया था. आइए जानते हैं कि भारतीय कुश्ती संघ का चुनाव कैसे होता है-
भारतीय कुश्ती संघ की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, 2019-22 के कार्यकाल के लिए कार्यकारी समिति के पदाधिकारियों और सदस्यों के चुनाव के लिए निर्वाचक मंडल की सूची में 26 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 51 सदस्य शामिल हैं. आमतौर पर राज्य संघ के अध्यक्ष और महासचिव इसमें शामिल होते हैं. 24 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली की ओर से कुश्ती फेडरेशन में दो सदस्य हैं. हालांकि इनमें से एक ही वोट देने का अधिकार है. वहीं केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ से केवल एक ही सदस्य है, जिसके पास भी एक वोट का अधिकार है.
रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के संविधान के आर्टिकल IV के मुताबिक, राज्यों के रेसलिंग एसोसिएशन जनरल काउंसिल में दो प्रतिनिधि भेजते हैं. प्रत्येक प्रतिनिधि के पास एक वोट देने का अधिकार है. दिल्ली को छोड़कर बाकी सभी केंद्र शासित प्रदेश कुश्ती संघ में एक प्रतिनिध जनरल काउंसिल में भेजने के हकदार होंगे. प्रतिनिधि का एक वोट होगा.
फेडरेशन की कार्यसमिति ऐसी होती है-
अध्यक्ष- 1
वरिष्ठ उपाध्यक्ष-1
उपाध्यक्ष-4
मानद महासचिव-1
मानद कोषाध्यक्ष-1
मानद संयुक्त सचिव - 2
साल 2019 के निर्वाचक मंडल के अनुसार, राज्य या केंद्र शासित प्रदेश की संबंद्ध इकाइयों के प्रतिनिधियों द्वारा अध्यक्ष समेत सभी पदाधिकारियों का चुनाव 51 सदस्यों के द्वारा होता है. WFI की जनरल काउंसिल की बैठक में चार साल के भीतर चुनाव होंगे. इस बैठक में सभी पदाधिकारियों का चुनाव राज्य/संघ राज्य क्षेत्र की संबद्ध इकाइयों के प्रतिनिधियों में से किया जाएगा. फरवरी 2019 में सांसद बृजभूषण शरण सिंह को तीसरी बार भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष के रूप में निर्विरोध चुना गया था. इसके अलावा कार्यकारिणी समिति के सभी पदाधिकारी व सदस्य निर्विरोध ही निर्वाचित हुए थे.
अध्यक्ष के लिए क्या योग्यता होती है?
1- अध्यक्ष, महासचिव या कोषाध्यक्ष का पद धारण करने वाला कोई भी व्यक्ति IOA को छोड़कर किसी भी अन्य राष्ट्रीय खेल महासंघ/संघ में एक साथ रखने के लिए पात्र नहीं होगा.
2- किसी भी सदस्य, अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव की उम्र 70 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए.
3- कोई भी व्यक्ति लगातार तीन कार्यकाल या 12 वर्ष से ज्यादा अध्यक्ष पद पर नहीं रह सकेगा.
4- कोई भी सरकारी कर्मचारी चुनाव नहीं लड़ सकेगा. अगर चुनाव लड़ना है तो उसे अपने विभाग से NOC लेनी होगी.
5- महासचिव या कोषाध्यक्ष के पद पर कोई भी व्यक्ति लगातार दो बार से ज्यादा नहीं रह सकेगा.
क्या हैं अध्यक्ष के अधिकार-
1- अध्यक्ष WFI चीफ ऑफिसर होगा. उसे जनरल काउंसिल और कार्यसमिति की मीटिंग बुलाने का अधिकार होगा.
2- पॉलिसी के मुताबिक, अध्यक्ष काउंसिल को खर्च समेत सभी मामलों में गाइड करेगा.
3- वह एक बार में 5000 रुपये तक की सभी खेल सामग्री को खरीदने के लिए रुपये सेंक्शन कर सकता है.
4- स्टाफ की नियुक्ति और प्रमोशन और डिसमिस करने का अधिकार होगा.
(इनपुट- आलोक रंजन)