
ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो से अब खाना 10 मिनट में आपके घर पर पहुंच जाएगा. 10 मिनट में फूड डिलवरी ऑफरिंग को कंपनी ने जोमैटो इंस्टा (Zomato Insta) नाम दिया है. इस सर्विस को जोमैटो अगले महीने से शुरू करने जा रहा है. वहीं इस घोषणा से एक ओर जहां जोमैटो के बहुत सारे ग्राहक खुश हैं, तो वहीं सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इस सर्विस को डिलीवरी पार्टनर के लिए खतरनाक बताया है. ऐसे में अब खुद जोमैटो के संस्थापक दीपिंदर गोयल ने सामने आकर बताया कि 10 मिनट में खाने की डिलीरी सेवा कैसे काम करेगी.
कंपनी के फाउंडर ने किया ट्वीट
जोमैटो के फाउंडर दीपिंदर गोयल ने ट्वीट किया, "नमस्ते ट्विटर, सुप्रभात. मैं आपको केवल इस बारे में और बताना चाहता हूं कि 10 मिनट की डिलीवरी कैसे काम करती है और यह हमारे डिलीवरी पार्टनर के लिए 30 मिनट की डिलीवरी जितनी सुरक्षित कैसे है.
'हम न करते तो कोई और कर देता'
कंपनी के फाउंडर ने लिखा, 'मुझे लगने लगा था कि जोमैटो का 30 मिनट की डिलीवरी का औसत समय बहुत ही स्लो है. अब यह चलन जल्द ही बाहर हो जाएगा. अगर हम इसे नहीं बदलते हैं तो कोई ये काम करेगा. टेक इंडस्ट्री में बने रहने का सिर्फ एक ही तरीका है इनोवेशन करना और आगे बढ़ना है.'
चुनिंदा फूड आइटम्स पर ही ऑफर
दीपिंदर गोयल ने बताया कि 10 मिनट में खाने पहुंचाने की सर्विस सिर्फ नजदीकी स्थानों और कुछ चुनिंदा फूड आइटम्स के लिए होगी. उन्होंने बताया कि यूजर 10 मिनट वाली हमारी सर्विस के तहत ब्रेड आमलेट, पोहा, कॉफी, चाय, बिरयानी, मोमोज, मैगी आदि जैसे फूड का ऑर्डर दे सकते हैं. उन्होंने कहा कि हम सिर्फ 10 मिनट में सेवा देने के लिए नए फूड स्टेशन तैयार कर रहे हैं.
किसी की सुरक्षा से समझौत नहीं
दीपिंदर ने स्पष्ट किया, "हम डिलीवरी पार्टनर पर तेजी से डिलीवरी करने का कोई दबाव नहीं डालते हैं. डिलीवरी लेट होने पर हम कोई जुर्माना भी नहीं लगाते. हम किसी की जिंदगी को जोखिम में नहीं डालते हैं. हम अपने डिलीवरी पार्टनर्स को सड़क सुरक्षा के बारे में शिक्षा देना जारी रखते हैं, और दुर्घटना और जीवन बीमा भी प्रदान करते हैं."