इमरान खान को तालिबान से मेहनताने के रूप में कश्मीर चाहिए. लेकिन पते की बात तो ये है कि तालिबान अपनी कश्मीर नीति का पहले ही खुलासा कर चुका है और इसे भारत का घरेलू मामला बताकर उससे दूर रहने का ऐलान भी कर चुका है. वहीं, पीओके में आतंकवादियों का माला पहनाकर और एके-47 की सलामी देकर ऐसे स्वागत किया गया मानो वो हज करके लौटे हों. तालिबान ने अफगानिस्तान को टेकओवर कर लिया है, जिसमें इन पाकिस्तानी आतंकवादियों ने खूब मेहनत-मजदूरी की. जब पूरी दुनिया काबुल से अपने नागरिकों को निकालने में जुटी है, तब पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी काबुल जाकर तालिबान के पहले स्टेट गेस्ट बनने की बेचैनी जता रहे हैं. ज्यादा जानकारी के लिए देखें वीडियो.