उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को अभी सवा साल बाकी हैं, लेकिन चुनावी सरगरमी अभी से ही बढ़ने लगी है. आज एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी वाराणसी से जौनपुर होते हुए आजमगढ़ पहुंचे. असदुद्दीन ओवैसी ने यूपी विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया, दावा किया कि बीजेपी को सिर्फ उनका गठबंधन ही कड़ी चुनौती दे सकता है. असदुद्दीन ओवैसी यूपी में मोर्चेबंदी करने में जुटे हैं. सवाल ये है कि ओवैसी की पार्टी यूपी के चुनावी मैदान में उतरी तो नुकसान किसे होगा? जवाब सीधा है-समाजवादी पार्टी को. क्योंकि ओवैसी के मोर्चे की निगाहें यूपी के उस पिछड़ा वर्ग और मुस्लिम वोट बैंक पर है, जिस पर समाजवादी पार्टी अपना अधिकार मानती है. देखें खास कार्यक्रम चित्रा त्रिपाठी के साथ.