साल 2002 में तब 21 साल की 5 महीने की गर्भवती बिलकिस के साथ 11 लोगों ने दरिंदगी की सारी हदें पार कर दीं. मासूम बच्ची समेत परिवार के 7 लोगों को इन लोगों ने मौत के घाट उतार दिया था. मुकदमा चला और फिर जनवरी 2008 में इन 11 दोषियों को उम्रकैद की सजा हुई. जिसे मई 2017 में बॉम्बे हाईकोर्ट ने भी बरकरार रखा. अप्रैल 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को ये आदेश दिया कि बिलकिस बानो को 50 लाख रुपए बतौर मुवावजा दे लेकिन बीते 15 अगस्त को इन सभी लोगों की सजा को माफ कर दिया गया है.