उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने संविधान दिवस के मौके पर अपने संबोधन में आर्थिक प्रगति से लेकर वैश्विक मान्यताओं तक, आजादी के बाद की प्रगति यात्रा का जिक्र किया और संविधान निर्माता बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर को भी याद किया. उन्होंने 'हम भारत के लोग' से संविधान की शुरुआत से लेकर संविधान की प्रस्तावना का जिक्र किया.