दिवाली का पर्व हर साल कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है, परंतु इस बार इसका विवाद बढ़ गया है. ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि दिवाली कार्तिक अमावस्या को होनी चाहिए, किन्तु इस वर्ष 31 अक्टूबर और 1 नवम्बर दोनों ही तिथियों पर अमावस्या है.