आज 26 नवंबर है, आज ही के दिन पिछले वर्ष किसान आंदोलन की शुरुआत हुई थी. यानी आज किसान आंदोलन को एक साल पूरा हो गया है. इस एक साल के दौरान किसान और सरकार के बीच वार्ताओं के दौर भी चले, हिंसा के दौर भी चले. लेकिन किसान आंदोलन खत्म नहीं हुआ. गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत समेत पश्चिम यूपी के नेताओं ने अपना डेरा जमा लिया और किसानों की संख्या में इजाफा होने लगा. इसके बाद केंद्र और किसानों के बीच बातचीत का दौर शुरु हो गया था. पहली बातचीत अक्टूबर 2020 को हुई. सरकार से बातचीत के बीच ही किसान संगठनों ने 26 जनवरी को रैली निकालने का ऐलान किया. किसान आंदोलन ने एक साल में हर तरह के दिन देखे हैं. लेकिन कहते है ना अंत भला तो सब भला. लेकिन कृषि कानूनों के विरोध में शुरु हुआ किसान आंदोलन अब MSP की गारंटी पर जाकर टिक गया है. देखें वीडियो.
The movement of farmers with several demands will complete a year on Friday with protesters in large numbers gathering at Delhi's borders to mark the occasion. Watch the video for more information.