किसानों ने 1 साल की लंबी लड़ाई के बाद अब वापस लौटने की तैयारी कर ली है. 5 जून 2020 को तीन कृषि कानून का अध्यादेश आने के बाद से ही किसानों ने इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. नवंबर में देश भर से किसान दिल्ली पहुंचने लगे और दिल्ली के बाहर सीमाओं पर धरना देने बैठ गए. अब केंद्र सरकार ने कानूनों को वापस लेने का फैसला कर लिया और हस्ताक्षर वाली चिट्ठी किसानों को सौंप दी है. किसानों ने भी अब अपना आंदोलन स्थगित करने का ऐलान कर दिया है. सिंघु और गाजीपुर बॉर्डर से अब टेंट उठने लगे हैं और सामान भी बंधने लगे हैं. गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों की घर वापसी की क्या है तैयारी, देखें.