मुंडका की आग दिल दहला देने वाली है. लेकिन ये समझना होगा कि ऐसी आग के पीछे लापरवाही की एक लंबी चेन होती है. दिल्ली से सटे नोएडा से हम आपको ये समझाने की कोशिश करते हैं कि कैसे सरकारी सिस्टम की लापरवाही अक्सर इतने बड़े हादसे की वजह बन जाता है. नोएडा का चाइल्ड पीजीआई अस्पताल.. ये एक सरकारी अस्पताल है. कहने को ये बेहद हाईफाई है. यहां हर रोज 100-120 बच्चें ओपीडी में आते हैं. लेकिन अब जरा इस अस्पताल में फायर फाइटिंग के इंतजाम देखिए. अस्पताल के बेसमेंट में फायर फाइटिंग के सारे इंतजाम कबाड़ हो चुके हैं. फायर वाटर पाइप पूरी तरह से जंग खा चुका है. फायर एक्सटिंगिसर कबाड़ में पड़े हुए हैं, इनके रिफिलिंग की तारीख़ भी एक्सपायर हो चुकी है.