हिंदुस्तान के दिग्गज दलित नेता और मोदी सरकार के कैबिनेट मंत्री रामविलास पासवान नहीं रहे. उनका 74 साल की उम्र में देहांत हो गया. पासवान के बेटे चिराग पासवान ने ट्वीट करके ये दुखद खबर दी. कल सुबह 10 बजे पटना में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. जिस वक्त बिहार में चुनाव हो रहा है, उस वक्त बिहार की राजनीति का एक बड़ा सितारा गुम हो गया. पिछले 30 साल से बिहार की राजनीति जिन तीन चेहरों की धुरी पर नाचती रही उनमें से एक चेहरा रामविलास पासवान थे. पासवान के लिए राजनीति का सफर एक खुरदुरा सफर रहा. जमीन पर संघर्ष करके अपने लिए जगह बनाने वाले नेता थे वो. अपने इरादों के पत्थर को सियासत के आसमान में ऐसा उछाला कि उसमें सुराख कर दिया.ऐसा सुराख जो दलितों के लिए राजनीति के आंगन का दरवाजा खोल दे. 31 साल से हिंदुस्तान की सत्ता बदलती रही लेकिन सत्ता की एक धुरी रामविलास बनते रहे. देखें वीडियो.
On Thursday evening, Ram Vilas Paswan breathed his last in a Delhi hospital, following cardiac ailments and a kidney shutdown, leaving behind a legacy that spanned two of the biggest churning points of post-Independent politics. From VP Singh to Narendra Modi, Ram Vilas Paswan has worked with 6 Prime Ministers of the country. In this video, watch how Ram Vilas made his place in politics.