टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर नीरज चोपड़ा ने इतिहास रच दिया था. उन्होंने जैवलिन थ्रो के फाइनल में 87.58 दूर भाला फेंककर भारत को एथलेटिक्स में पहला गोल्ड दिलाया. लेकिन फाइनल से पहले नीरज के लिए सबकुछ ठीक नहीं था. उन्हें अपना जैवलिन नहीं मिल रहा था. ऐसा इस वजह से हुआ क्योंकि उनका जैवलिन पाकिस्तान के अरशद नदीम के पास था. इसका खुलासा खुद नीरज चोपड़ा ने किया है. बता दें कि टोक्यो ओलंपिक में नदीम पाकिस्तान के पदक दावेदार थे, लेकिन 84.62 का उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो मेडल के लिए पर्याप्त नहीं था. इससे पहले अरशद नदीम ने 85.16 मीटर के थ्रो के साथ फाइनल के लिए क्वालिफाई किया था. वह ग्रुप बी में तीसरे नंबर पर थे. ज्यादा जानकारी के लिए देखें वीडियो.