एक साल से चल रहा किसान आंदोलन क्या अपने आखिरी दौर में पहुंच गया है? क्या किसान आंदोलन खत्म होने वाला है? ये सवाल इसलिए उठे हैं क्योंकि किसानों के एक धड़े ने दावा किया है कि सरकार ने उनकी सारी मांगे मान ली हैं और संयुक्त किसान मोर्चा की 4 दिसंबर को होने वाली बैठक में आंदोलन खत्म करने पर फैसला लिया जा सकता है. खबर सोनीपत कुंडली बॉर्डर से आई है, जहां 32 जत्थेबंदियों की बैठक के बाद जो ऐलान किया गया है वो बेहद चौंकाने वाला है. बैठक के बाद किसान नेता सतनाम सिंह ने कहा है कि केंद्र सरकार ने किसानों की सारी मांगें मान ली हैं. 4 दिसंबर को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक के बाद आंदोलन समाप्त किया जा सकता है. किसान नेता ने कहा कि सरकार ने एमएसपी पर गारंटी कानून पर कमेटी बनाने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा से 5 नाम मांगें हैं. तो फिर सवाल ये है कि क्या किसानों का आंदोलन खत्म होने की राह पर है? क्या किसान अब घर वापसी के लिए तैयार हैं?
Is farmers' protest coming to an end? The question has arisen because a section of farmers has claimed that the government has accepted all their demands and a decision on ending the agitation could be taken in the meeting of the United Kisan Morcha on December 4.