अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत की पुलिस जांच कर रही है. सोमवार को प्रयागराज में बाघंबरी मठ में नरेंद्र गिरि का शव उनके आवास में मिला था. शुरुआती जांच में इसे आत्महत्या कहा जा रहा है. नरेंद्र गिरि की मौत से जुड़े इस पूरे घटनाक्रम को लेकर उनके शिष्य निर्भय द्विवेदी ने आजतक से बात की और विस्तार से बताया कि सोमवार के दिन क्या हुआ था. निर्भय द्विवेदी ने बताया कि शाम को जब मैं लौटा तो मालूम हुआ कि महाराज जी ने सभी के साथ भोजन किया, 12 बजे भोजन करने के बाद वो ऊपर गए. अपने कमरे में करीब आधे घंटे तक रहे और बाद में फिर से नीचे आ गए थे. शिष्य निर्भय द्विवेदी ने बताया कि नीचे आकर वह बगल वाले कमरे में आराम करने के लिए गए, महंत नरेंद्र गिरि ने कहा था कि मुझसे कोई मिलने आ रहा है, तो यहीं रहूंगा. महंत जी ने सभी से कहा था कि आज कोई डिस्टर्ब नहीं करेगा. ज्यादा जानकारी के लिए देखें वीडियो.
President of the Akhil Bharatiya Akhara Parishad, Mahant Narendra Giri was found dead inside his room at the Baghambari Math in UP's Prayagraj on Monday. A suicide note has been recovered from the room. In an exclusive interaction with the AajTak, one of the disciples of the Mahant Giri talked bout what happened on Monday.