इस बार फिर से अयोध्या की गलियों से राजनीति की लहर उठी है. मगर इस बार इस लहर के केंद्र में राम मंदिर नहीं बल्कि राम मंदिर ट्रस्ट है और ट्रस्ट पर भ्रष्टाचार के आरोपों की चादर पड़ी है. आरोप ये है कि ट्रस्ट ने 2 करोड़ की जमीन को 18 करोड़ में खरीदी और ये खरीददारी हुई महज 10 मिनट में. इसे यूं समझिए कि जो जमीन 10 मिनट पहले 2 करोड़ की थी वो 10 मिनट बाद 18 करोड़ की हो गई. सवाल ये भी है कि आखिर ट्रस्ट ने किन वजहों ये जमीन इतने महंगे दामों में खरीदी और इसकी मंजूरी कब और कैसे मिली?
Ayodhya Ram Mandir Trust is being accused of corruption. The allegation is that the trust bought land worth 2 crores for 18 crores and this purchase took place in just 10 minutes. The land which was worth 2 crores 10 minutes ago became 18 crores after 10 minutes. The question is who approved the trust to buy land at such an expensive price?