रोहित शर्मा की कहानी सिखाती है कि मुश्किल वक्त में धैर्य रखना चाहिए. 66 दिन पहले टीम से बाहर थे, अब चैंपियंस ट्रॉफी जीत ली. आलोचना और अपमान के बावजूद हिम्मत नहीं हारी. प्रधानमंत्री मोदी ने भी ऐसा ही कमबैक किया. देखें.