टिल्लू ताजपुरिया पर 2 मई को तिहाड़ में पहला हमला हुआ. दूसरा हमला सिर्फ दस मिनट के बाद हुआ, ऐसा लगा जैसे पुलिसवालों ने अधमरे टिल्लू को नुकीले हथियार लेकर खड़े गैंगस्टरों के सामने लाकर रख दिया हो. पहले हमले में भी टिल्लू पर 92 वार किए गए थे लेकिन बदमाशों को ऐसा लगा कि कहीं उसकी जान बच ना जाए और तभी पुलिस के सामने ही दूसरी बार हमला किया गया और ये हमला जानलेवा साबित हुआ.