ममता बनर्जी की पार्टी की सांसद महुआ मोइत्रा का ये बयान उनकी अभिव्यक्ति की आज़ादी हो सकती है, निजी राय हो सकती है, लेकिन ऐसे बयानों के दुष्प्रभाव और विवाद की टाइमिंग का मतलब समझने के लिए आपको कुछ हफ्ते पीछे चलना पड़ेगा. जब हिंदुस्तान में एक बयान के बहाने उत्तर प्रदेश में जगह जगह हिंसा की आग सुलगा दी जाती है, रांची में दंगा कर दिया जाता है, दिल्ली से लेकर देश भर में प्रदर्शन होने लगते हैं, सिर तन से जुदा करने की धमकियां दी जाने लगती हैं और एक महीने के अंदर महाराष्ट्र के अमरावती से राजस्थान के उदयपुर तक सिर तन से जुदा किया जाने लगता है, ऐसे माहौल में कनाडा में बैठी लीना नाम की एक महिला जान बूझकर एक पोस्टर रिलीज़ करती हैं और एक नये विवाद का धमाकेदार प्रोडक्शन करती हैं.