हिजाब पर भारत और ईरान में शक्तिपरीक्षण चल रहा है. जो ईरान एक इस्लामिक देश है. वहां पर महिलाएं हिजाब के खिलाफ सड़कों पर हैं. वो हिजाब नहीं पहनना चाहतीं. दूसरा देश भारत है जिसके सुप्रीम कोर्ट में हिजाब के समर्थन में दलीलें दी जा रही हैं. इसे धर्म का अभिन्न अंग बताया जा रहा है. इस तरह भारत में अब भी हिजाब के खिलाफ आवाज का इंतजार है. सवाल ये है कि क्या ईरान में हिजाब के खिलाफ हो रही क्रांति से भारत कोई सबक सीख सकता है?
Arguments are being given in the Supreme Court in support of Hijab. It is being said to be an integral part of religion. Why there are different arguments in Iran and India over Hijab?