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आंध्र में भगवान राम की 400 साल पुरानी मूर्ति तोड़ी, BJP ने कहा- ये 16वीं सदी के हमलों की याद दिलाती है

पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने भी रामतीर्थम श्रीराम की मूर्ति के विध्वंस की निंदा करते हुए कहा, 'पिछले 19 महीनों में मंदिरों पर 120 से अधिक हमले हुए हैं. पीतमपुर के छह मंदिरों में 23 से अधिक मूर्तियों को तोड़ दिया गया है. गुंटूर में भी दुर्गम्मा मंदिर को ढहा दिया गया.'

आंध्र प्रदेश में किसी अज्ञात द्वारा 400 साल पुरानी राम मूर्ति को तोड़ दिया गया (तस्वीरें-ट्विटर) आंध्र प्रदेश में किसी अज्ञात द्वारा 400 साल पुरानी राम मूर्ति को तोड़ दिया गया (तस्वीरें-ट्विटर)
आशीष पांडेय
  • आंध्र प्रदेश,
  • 31 दिसंबर 2020,
  • अपडेटेड 1:32 PM IST
  • भगवान राम की यह प्रतिमा 400 साल से अधिक पुरानी
  • भाजपा समेत चंद्रबाबू नायडू ने भी सरकार पर बोला हमला
  • विपक्ष का आरोप, जगनमोहन सरकार में बढ़ रहे हैं हमले

हाल ही में आंध्र प्रदेश के विजयनगरम भगवान राम की 400 साल पुरानी प्रतिमा को किसी अज्ञात द्वारा तोड़ दिया गया. इस घटना के ने विपक्ष को जगनमोहन रेड्डी सरकार पर हमला करने का मौका दे दिया है. बीजेपी नेता सुनील सुनील देवधर ने कहा है कि आन्ध्र प्रदेश में हिन्दू मंदिरों पर हो रहे लगातार हमले 16वीं सदी के गोवा में क्रूर सेंट जेवियर के हमलों की याद दिला रहे हैं जिसने मंदिरों को ढहा दिया था, जिसने जबरदस्ती धर्मांतरण करवाए थे. सुनील देवधर ने कहा ''आंध्र में हिन्दू मंदिरों पर हो रहे लगातार हमले तालिबान द्वारा बामियान में तोड़ी गई बुद्ध प्रतिमा की याद दिला रहे हैं.''

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इस मसले पर जनसेना प्रमुख और सिनेमा से राजनीति में आए पवन कल्याण ने कहा, 'एक तरफ अयोध्या में राम मंदिर बनाया जा रहा है तो यहां भगवान राम की प्रतिमा को सताया जा रहा है. आंध्र प्रदेश में राम मंदिर पर किया गया हमला एकदम उस हमले की तरह है जिस तरह से 16वीं सदी में सेंट जेवियर गोवा में मंदिरों पर हमला किया करता था.' इस घटना के बाद पूरे विपक्ष ने जगनमोहन रेड्डी सरकार को टारगेट करना शुरू कर दिया है.

जनसेना पार्टी के प्रमुख पवन कल्याण ने कहा, ''उन्होंने ऐतिहासिक मंदिर में पैशाचिक हरकत करने का काम किया है. क्योंकि राज्य सरकार ने पीथमपुर, कोंडा बिटरगुन्टा और अंटहेरवेदी की घटनाओं पर कोई गंभीरता नहीं दिखाई. अंतरावेदी में श्री लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी मंदिर के रथ को जलाने के आरोपी लोगों का अब तक पता नहीं चला है और न ही अभी तक किसी को भी गिरफ्तार किया गया है. हिन्दू भगवानों और मंदिरों की मूर्तियों पर होने वाले इन हमलों को क्या माना जाना चाहिए? ये काम किसी द्वारा पागलपन में नहीं किए गए बल्कि ये हरकतें धार्मिक संतुलन खो चुके लोगों की हैं.''

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अभिनेता से नेता बने पवन कल्याण जोकि बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबन्धन यानी एनडीए का भी हिस्सा हैं, ने गृह मंत्रालय से अपील ली है कि वो मंदिरों पर हो रहे हमले पर नजर बनाए रखें. पवन ने कहा कि पिछले डेढ़ साल से मंदिरों और मूर्तियों पर हमला जारी है. मंदिर पर किए गए इस हमले की सीबीआई द्वारा जांच की जानी चाहिए.

दूसरी ओर, पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने भी रामतीर्थम श्रीराम की मूर्ति के विध्वंस की निंदा की है और इस बात के लिए सरकार को दोषी ठहराया है. नायडू ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री एक मूकदर्शक की तरह मूर्तियों को टूटते हुए देख रहे हैं. नायडू ने कहा, 'पिछले 19 महीनों में मंदिरों पर 120 से अधिक हमले हुए हैं. ये हमले पूर्व निर्धारित योजना के अनुसार किए जा रहे हैं. पीतमपुर में छह मंदिरों में 23 से अधिक मूर्तियों को तोड़ दिया गया है. गुंटूर में भी दुर्गम्मा मंदिर को ढहा दिया गया.

सत्ताधारी पार्टी पर भारतीय जनता पार्टी ने भी हमला बोल दिया है. भाजपा के स्टेट इंचार्ज सुनील देवधर ने कहा, 'आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले में 400 साल पुरानी भगवान राम की मूर्ति को तोड़ना भयावह घटना है. अधिकारियों ने अब तक "उत्तराखंड-अयोध्या" मंदिर पर हमला करने वाले किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया है. मंदिर के हमलों के मामले में जगनमोहन रेड्डी की सरकार मौन समर्थन दिखाती है.''

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